तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
19 दिसंबर 2010
गुर्जर फिर आन्दोलन की राह पर
राजस्थान में गहलोत सरकार के दो साल पुरे हो गये हें इस दोरान गुर्जरों के पहले आरक्षण देने का विधेयक पारित हुआ जिसे गेर कानूनी होने से हाई कोर्ट ने रोक दिया फिर गुर्जर सडकों पर आये और सरकार ने गुर्जरों कोन एक प्रतिशत नोक्रियों में आरक्षण का वायदा कर पुरे ५ प्रतिशत के लियें जल्दी ही कोई कार्यवाही का आश्वासन दिया । बस गुर्जर थे के मामू बन गये और सरकार के वायदों पर आरक्षण का इन्तिज़ार करते रहे अब फिर से किसा गुर्जर सर्दियों में खेती वगेरा से मुक्त हो गये हें और अब वोह वापस सरकार के खिलाफ आन्दोलन की रह पर हे । गुर्जर लोग आज प्रतीकात्मक रूप से दोसा के बांदीकुई के अरनिया स्टेशन पर एकत्रित हे और उनके तेवर सरकार से आर पार की लड़ाई के हें इस चक्का जाम आन्दोलन में गुर्जरों के साथ उनके भी शामिल हे अब गुर्जर फिर से अपने अधिकारों के लियें लामबंद हो गये हें और हालात यह हें के सभी गुर्जर राजस्थान सरकार और केंद्र सरकार को वादा खिलाफी के लियें ज़िम्मेदार मान रहे हें गुर्जर आन्दोलन की अभी तो चिगारी हे अगर इस चिंगारी को सरकार ने नहीं रोका तो शायद यह चिगारी शोलों का रूप ले लेगी और पहले की तरह से यह शोले राजस्थान को जला कर राख भी कर सकते हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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