में
एक कप चाय हूँ
जो आज कर
आधी यानी
देसी भाषा में
क्त में
बदल गयी हूँ
होटल पर
घरों पर
बातचीत का जरिया
में एक कप चाय
या फिर
हाफ कट ही हूँ
घरों में में
खाली चाय नहीं
लोगों का
अतिथि सत्कार हूँ
दोस्तों जब में हूँ
तो फिर बताओं
मुझे छोडकर
तुम क्यूँ
व्हिस्की शराब लेते हो
मेरी चुस्कियों में
जो प्यार हे
मेरे सत्कार में
जो अपना पर प्यार हे
वोह इन नशों में नहीं
बोलो क्या अब
आप
इस बुरी आदत को
आज से ही
छोड़ने को
तय्यार हें ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 दिसंबर 2010
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पहली बात तो आप अकेले नहीं हैं.. दूसरी बात चाय पर आपके नज़रिये से मैं एकदम इत्तेफ़ाक रखता हूं.. चलिए कभी चाय की चुस्कियां हो जाएं...
जवाब देंहटाएंक्या छोड़ने का संदेश है, व्हिस्की या चाय.
जवाब देंहटाएंव्हिस्की या चाय दोनो ही खराब नही, अगर सही रुप मे इन का सेवन किया जाये तो
जवाब देंहटाएंचलिए दिल्ली आइए औऱ नए साल की चाय हमारे साथ पीजिए। नए साल की मुबारकबाद भी आपको।
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