आपका-अख्तर खान

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29 दिसंबर 2010

अपनी तो मिली नहीं

एक मोलवी
खुद की शादी
की मन्नत मांगने
माँ बाप के साथ
दरगाह पर गया
भीड़ में
मुल्ला की मां
खो गयी
अपनी मां के गुमने पर
मुल्ला आसमान की तरफ
सर उठा कर चीख पढ़ा
ऐ अल्लाह
क्या कहता हुई
मेरी तो मिली नहीं
अब्बा की भी खो गयी ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

5 टिप्‍पणियां:

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