आपका-अख्तर खान

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10 नवंबर 2010

एक लम्हा

एक
खुबसुरत
लम्हा
क्या
गुजर गया
तेरे
साथ में
जिंदगी
कम पढ़ गयी हे
आज
उसी
के बारे में
सोचने
के लियें ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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