आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

28 नवंबर 2010

इलाही रास्ता बता दे

इलाही
यह क्या हुआ
जो रूठ कर गया हे
मुझे
फिर से
उससे मिला दे ,
ना मिला सके
तो ताकत इतनी दे
के हम
उसे
भुला सकें
इतना भी तू ना कर सके
बस इतना कर दे
के वोह
हमारी यादों
और ख्वाबों में
ना आ सकें ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...