तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
09 नवंबर 2010
इश्क ने निकम्मा कर दिया वरना हम भी थे काम के
जी हाँ इश्क ने निकम्मा कर दिया वरना हम भी थे आदमी काम के चाहे यह एक कहावत हो चाहे यह ग़ालिब का शेर हो लेकिन जयपुर में एक इंजीनियरिंग डिप्लोमा धारी के साथ कुछ ऐसे ही गुजरी हे , जयपुर के दीपक चोधरी को एक लडकी से प्यार हो गया और वोह जब एक दुसरे को लेकर फरार हो गये तो घर परिवार वालों ने उस पर मुकदमा कर दिया इस मुकदमे में इन जनाब का घर बार रोज़गार तो छुट ही गया और मुकदमे बाज़ी में ५ लाख रूपये भी खर्च हो गये । बस इसी कर्जे को सुलझाने के लियें इन जनाब ने जयपुर के पंजाब नेशनल बेंक में अपना डेरा डाल लिया और चोरी चुपके रात वहन इस मकसद से गुज़ारना शुरू की के वहां का बेंक लोकर कोड और ऐ टी एम कोड केसे धुंध जाए यह शख्स इस बेंक में चार दिन से रह रहा था वहीं खाता पीता और चाय बनाता था लेकिन किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लगी कल जब अचानक चोकीदार अंदर घुसा तो इस बेंक में बेफिक्री से रह रहे चोकीदार को देख कर वोह घबरा गया और फिर पुलिस ने इन जनाब को धर दबोचा पुलिस को इन जनाब ने जो खाने बताई बस वोह यही थी के हमको इश्क ने ग़ालिब निकम्मा कर दिया वरना हम भी थे आदमी काम के । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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ye ishq ka bukhar aisa bhi hota hai........................?
जवाब देंहटाएंवाह...! क्या ख़ूब ख़बर पेश की आपने!
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