आपका-अख्तर खान

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07 नवंबर 2010

किसपर में मरता हूँ

मत पूंछों
के में कमबख्त
किस पर मरता हूँ
वोह हसीना
जो मुझ से
मुंह फेर कर
बेठी हे
बस
उसी पर
में अपनी
जान देता हूँ ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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