तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
31 अक्तूबर 2010
ओबामा और ताज
अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा और मुम्बई की होटल ताज की राजनीति तमाशा बन गयी हे यहाँ ताज होटल को २६/११ को आतंकवादियों ने घेर लिया था आब ताज को प्रमोट करने के लियें शायद यह कार्यवाही की जा आरही हे दुसरे ताज में रह कर ओबामा आतंकवादियों और भारतीय सुरक्षा को नया संदेश देना चाहते हें साथ ही इससे ताज जो आतंकवादी हमले के बाद बे रोनक हो गयी थी अब उसकी रोनक लोटने लगी हे और ओबामा का ठहराव तो अब ताज में चार चाँद लगा देंगे , लेकिन ताज के कर्मचारी ओबामा के तरने वाले काल में होटल में ही केद रहेंगे वोह ना तो किसी से बात कर सकेंगे और न ही बाहर आ जा सकेंगे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी रचना ( पत्थर रो रहा है ) 02-11-2010 मंगलवार को ली गयी है ...
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