तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
03 अक्तूबर 2010
मंत्री जी को सडकों पर आवारा जानवर नहीं दिखे इसके लियें कड़ी चोकसी
कोटा में सडकों से आवारा जानवरों को हटाने के मामले में अदालती आदेशों के बाद भी नगर निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों ने कोई कार्यवाही नहीं की , इसके बाद इस मामले में कलेक्टर क्मिश्ने ने आदेश दियें लेकिन कोई कार्यवाहीं नहीं हुई , जब सडकों पर आवारा जानवरों का उत्पात बढ़ गया तो फिर कोटा के पंचायत मंत्री भरत सिंह ने इस मामले में लोगों को जम कर लताड़ पिलाई कलक्टर से लेकर निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को सख्त निर्देश दियें लेकिन हम नहीं सुधरेंगे की तर्ज़ पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी , जब पानी हद से उपर गुजर गया तो खुद स्वायत शासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने एक माह के भीतर भीतर सडकों से आवारा जानवरों को हटाने के एहिकारिक निर्देश और आदेश दिए लेकिन महापोर तो इन आदेशों को ताक में रखकर फ्रांस चली गयीं और अधिकारी कान में रुई डाल कर सो गये , खुद मंत्री जी जब दो माह बाद कार्यवाही नहीं हुई तो सडकों पर आवारा जानवर अधिक संख्या में देख कर भोचाक्के रह गये , मंत्री जी का मुड देकेह कर निगम के अधिकार्रियों ने मंत्री जी को बेवकूफ बनाने का प्लान बना डाला और उनसे सच छुपाने के लियें मंत्री जी की कोटा यात्रा के दोरान उनके आने जाने वाले रूट पर करीब ४० निगम कर्मियों को लगा दिया उनको निर्देश दिए गये के मंत्री जी जिस मार्ग पर जाएँ व्हाना सडक पर आवारा जानवर नजर नहीं आयें इसकी व्यवस्था की जाए बस फिर क्या था कर्मचारी इस मामल में जुट गये और मंत्री जी जब सडक पर निकले तो जानवर गायब जब वोह उधर से चले जाएँ तो जानवर फिर से सडकों पर यह तमाशा कोटा में दो दिन से लगातार चलता रहा अब देखियें मंत्री जी के लियें तो आवारा जानवर हट रहे हें लेकिन जनता के लियें यह जानवर फिर से सडकों पर हें , निगम के लोग यह जानते हें के मंत्री जी से अगर इस मामले में जनता का कोई आदमी या उनका खुद का कार्यकर्ता चुगली भी करेगा तो वोह अधिकारीयों के आगे कार्युक्र्ता की बात नहीं मनेगने बस मंत्री जी की इसी आदत का फायदा उठा कर अधिकारीयों ने यह बेवकूफी भरा प्लान बनाया हे और वोह इसमें सफल भी हो गये इस मामले में आज खबर से अख़बार भरे पड़े हें लेकिन मंत्री जी ने अब तक किसी भी अधिकारी को तलब कर कोई चेतावनी नहीं दी हे मतलब साफ़ हे जो मर्जी पड़े कुछ भी करो में हूँ ना ......................... । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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