तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 सितंबर 2010
ई वी एम मशीनों ने अब तक के चुनावों को संदिग्ध क्या
देश में चुनावों में मतदान में ई वी एम मशीनों के उपयोग पर फिक्सिंग तकनीक का पर्दाफाश होने से लोकतंत्र को खतरा पैदा हो गया हे देश के सभी राजनितिक दलों ने इस पर आपत्ति जताई हे , हमारे राजस्थान में तो टोक माधोपुर लोकसभा इलाके के नमोनारायण मीना के चुनाव में वोटो की गिनती के वक्त ई वी एम मशीन का ही खेल कम में आया और राजस्थान में पिछली गहलोत सरकार की जित की उम्मीद के बाद भी करारी हार ने ई वी एम मशीनों के लियें शक पैदा क्या हे अब ई वी एम मशीनों के इन संदेहों के चलते देश के लोकतंत्र को बहुत बढ़ा खतरा पैदा हो गया हे और आज तक के होने वाले पुराने चुनावों पर भी खतरा पैदा हो गया हे , वी भी मशीन और आदमी में फर्क तरो होता ही हे मशीन से चमत्कारिक तरीके से जो हाहो वोह अपनी मन मर्जी का उग्र्वाया जा सकता हे यह सभी इंजीनियर वैज्ञानिक जानते हें फिर भी लोकतंत्र के लियें इतना बढा खतरा क्यूँ लिया गया हे समझ में नहीं आता , अमेरिका की नकल का जहाँ तक सवाल हे तो भाई वहां तो हर आदमी इलेक्ट्रोनिक सिस्टम का जानकार हे और वोह चोरी पकड़ने में सक्षम हें यहाँ तो आधी जनता तो साक्षर ही नहीं हे इसे कहते हें कव्वा चले हंस की चाल अपनी चा भी भूल जाए। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
चोरों और दलालों को संरक्षण देने वाली व्यवस्था उन्हें सत्ता पर काबिज करने के ही उपाय खोजेगी ...जब बेईमान सर्वोच्च शिखर पर बैठा हो तो जनता को सड़कों पे निकल कर ही इस व्यवस्था को बदलने का प्रयास एकजुट होकर करना होगा ...
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी जानकारी।
जवाब देंहटाएंकांग्रेस जिन्दाबाद...
जवाब देंहटाएं