आपका-अख्तर खान

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26 जुलाई 2010

प्लीज़ हंसना मत .......

एक मुर्गी ने
अपने मुर्गे से कहा
अजी
आज तो
अंडा खाने का
मन करता हे
प्लीज़
बाज़ार से
एक अंडा लाडो ना ।
मुर्गा बोला
अंडा तो तुम ही देती हो
सो तुम ही दे कर खुद ले लो ना
मुर्गी फिर बोली
नहीं
तुम तो बाज़ार से लाओ
अंडा में दूंगी तो
मेरा फिगर बिगड़ जाएगा/ /////
एक बस का
एक्सीडेंट हुआ
एक जनाब का हाथ टूट गया
सो वोह चिल्ला रहा था हे भगवान
मेरा हाथ मेरा हाथ ।
सरदार जी ने उन्हें देखा
और समझाने लगे
ओ तुसी भी बस इतने से में
देखो वोह तो मर गया
फिर भी नहीं चिल्ला रहा चुप पढ़ा हे
और तुम हो की चिल्लाये जा रहे हो ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

3 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत अच्छी प्रस्तुति।
    राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।

    जवाब देंहटाएं
  2. ha ha ha ....vaah.. kya jamaanaa aa gayaa hai murgi bhi figar nahi bigadanaa chaahati.

    जवाब देंहटाएं

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