आपका-अख्तर खान

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04 जुलाई 2010

ख़्वाबों में ...?

हो चुकी बहुत
रात
अब सो जाएँ
जो हे दिल के करीब
ख्यालो में उसके खो भी जाएँ
हकीकत में ना सही
कमसे कम
ख़्वाबों में तो मिल ही आयें।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

2 टिप्‍पणियां:

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