आपका-अख्तर खान

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19 जुलाई 2010

ऐ फूलों से जलने वालों

ऐ फूलों से जलने वालों
फूलों की खुशबु से
यूँ ना जला करो ,
जरा जाकर तो देखो
गुलशन में ,
यह मासूम फुल
कितने काँटों से
घिरा रहता हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

2 टिप्‍पणियां:

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