आपका-अख्तर खान

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29 जुलाई 2010

सलाम अर्ज़ हे

झुक कर सलाम
अर्ज़ हे मेरा दोस्तों
बस सर इतना ही झुका हे
सलाम में
इतना सर ना झुकेगा मेरा
के
सर की बंधी
पगड़ी मेरी
कदमों में उनके
गिर जाए
इतना ना झुकूंगा में ..........
अख्तर खान अकेला कोट राजस्थान

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