मेरे ब्लोगर भाइयों
मेरे दोस्तों
मेरे हम वतनों
मुझे तुमसे कुछ और नहीं
बस टिप्पणी ही टिप्पणी चाहिए
आज आपकी
टिप्पणी अगर आएगी
तो ही हम रोटी खायेंगे
वरना पनीर परांठा,
कश्मीरी पुलाओ के बाद
आइस क्रीम हलवा खाकर
भूखे ही सो जायेंगे
तो भाइयों मुझे भूख से बचाने के लियें
भेज रहे हो ना टिप्पणियाँ ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
04 जुलाई 2010
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पहली हमारी ओर से!
जवाब देंहटाएं...... और दूसरी भी....
जवाब देंहटाएं.... ये तीसरी....
जवाब देंहटाएंचौथे का इंतजार करते हैं।
द्विवेदी सर मेहरबान हैं, हम कुछ नहीं बोलेंगे..
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