तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 जुलाई 2010
उफ़ वोह अँधेरे में हे ... ?
उसे आज मेने
गहरे अँधेरे में
घुटते देखा हे ।
यह वही शख्स हे
जो लोगों के घरों में
रौशनी किया करता था ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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achchha byan kiya aapne andhere ko.......:)
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