आपका-अख्तर खान

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24 जुलाई 2010

सूरज कहां ढूंढ़ रहा हे तू

तू अँधेरे में कहां
ढूंढ़ रहा हे सूरज
देख वोह चमकता
चेहरा
मेरे महबूब का
उसमें छुपा हे
तेरा सूरज
सूरज के इशारे पर
चला करते हें लोग
मेरे महबूब
के इशारे पर
चला हे सूरज ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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