तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
19 जुलाई 2010
जस्टिस अहमदी को अब जाकर शर्म आई
भोपाल गेस काण्ड में पत्रावली और भोपाल की हजारों हजार मोतों को नज़रंदाज़ कर एद्र्सं और उसे साथियों को फायदा पहुँचाने के आरोपी जस्टिस अहमदी ने आरोपियों को तो अपराध से डिस्चार्ज कर दिया लेकिन बाद में जुगत लगा कर गेस पीड़ितों के इलाज के लियें बनाये गये भोपाल अस्पताल के अध्यक्ष बन बेठे हालत यह रहे के वहां लगातार जनता और पीड़ितों की परेशानी की कहानी आम रही लेकिन कोई सुनवाई नहीं थी अब फेसला आने के बाद हालात बिगड़ गये सुप्रीमकोर्ट ने भी इस मामले में अपनी आँखें दिखायीं और इसीयें मजबूर होकर जस्टि अहमदी ने अब आज शरमाकर अस्पताल चेयरमेन के पद स इस्तीफा दे दिया हे जिसे सुप्रीमकोर्ट ने स्वीकार कर लिया हे अब अस्पताल का नियन्त्रण सरकार के हाथ में हे देखते हें सरकार अब गेस पीड़ितों को किया राहत देती हे वेश अभी सरकार न इस मामे में कोई पैकेज नहीं दिया हे ना ही अपन पट खोले हें लेकिन पीड़ित इस मामले में राह तक रहे हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजथान
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