तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
13 जुलाई 2010
इन्हें मुसलमान नहीं यज़ीद कहते हें
दोस्तों आपने शायद खबर पढ़ी या सुनी होगी करांची में कल एक मस्जिद के वाटर कूलर से दिनेश नाम के एक मासूम बच्चे ने पानी किया पीया वहां के सो कोल्ड मुसलमानों ने यज़ीदियत बतादी यज़ीदियत इस लियें के यज़ीद ही ऐसा शासक था जिसने प्यासों को पानी नहीं दिया और तड़पा तडपा कर मारा हे इस्लाम में उसे काफिर कहा गया हे जिस इस्लाम में प्यासे को पानी भूखे को रोटी देने का हुक्म हे उसी कथित इस्लामिक कंट्री में कल इंसानियत के खिलाफ नंगा नाच हुआ प्यासे दिनेश ने बकरिया चराकर आने के बाद जब मस्जिद के वाटर कूलर से अपनी प्यास बुझाने के लियें ठंडा पानी पिया तो मानो वहां के सो कोल्ड मुसलमान हेवान हो गये उन्होंने प्यास बुझाने वाले दिनेश और उसके परिवार समर्थकों को भगा भगा कर मारा और स्थिति तनाव पूर्ण कर डाली जनाब अगर मुसलमान ऐसा होता हे तो मुझे खुद को मुसलमान कहने में श्रम आती हे जिस धर्म जिस मजहब में प्यासों को पानी पिलाने के लियें सब कुछ न्योछावर करने के बाद भी पानी पिलाने का हुक्म हो और इस मामले में मुसाफिर,भूका,प्यासा,विधवा,बेसहारा,यतीम ,दीनहीन,दरिद्र,शोषित की ज़ात पात देखे बिना उनकी मदद का हुक्म हो उस धर्म के मानने वालों के घर में प्यासों के साथ ऐसा सुलूक शर्मनाक हे इस मामले में हमारे देश की सरकार को भी करांची में कल जो घटना मासूम दिनेश और उसके परिजन समर्थकों के साथ हुई पाकिस्तान के सामने विरोध दर्ज कराना चाहिए और कमसे कम देश के मुसलमानों को जिन्होंने इस्लाम का सही फलसफा पढ़ा हे समझा हे उन्हें इस घटना की जितनी हो सके खुल कर आलोचना करना चाहिए। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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