आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

29 जून 2010

क्या भारत की जनता बुद्धि हीन हे

हमारे देश के प्रधानमन्त्री हमारी जनता को बुद्धि हीन यानी बेवकूफ समझते हें और वोह इन हालात में जब देश भर में महंगाई का विरोध हे तो अपने आका अमेरिका को खुश करने के लियें उनका ब्यान हे के यह कीमतों की बडोत्तरी जरूरी थी विपक्ष बिना वजह हल्ला मचा रहा हे प्रधानमन्त्री जी आप विदेश गये ओबामा से मिले सभी मुद्दों पर बात की लेकिन आपने किन कारणों से जो बात देश के लियें सबसे पहले करना जरूरी थी वोह बात नहीं की आखिर क्या कारण था के हजारों लोगों की हत्या के ज़िम्मेदार एडरसन के प्रत्यर्पण पर आपने मोका मिलने पर भी अमेरिका के प्रधानमन्त्री ओबामा से बात नहीं की सिर्फ इसलियें के आपके लियें देश और देश का दर्द पहले नहीं पहले अमेरिका का निर्देश उसकी ख़ुशी हे कहीं अमेरिका आपसे नाराज़ न हो जाए इसी लिए तो आपकी अमेरिका के आगे एडरसन के मामले में घिघ्घी बन गयी और पेट्रोल की कीमतों के मामले में जनता को गुमराह करने वाला ब्यान दे रहे हें जनता जानती हे के २२ रूपये लीटर पेट्रोल पर आप इतना टेक्स लगा रहे हो आपसे गरीब देश के प्रधानमन्त्री बांग्लादेश और पाकिस्तान में पेट्रोल के भाव भारत से बहुत कम हें जबकि अंतर्राष्ट्रीय मूल्य सब जगह पेट्रोल का बराबर हे आप सब्सिडी की बात करते हें जब २२ रूपये लीटर का पेट्रोल आप ५५ रूपये लीटर मेंबेच रहे हें तो फिर किस सब्सिडी की बात आप करते हे क्या आपका अर्थशास्त्र जनता को लूटने का अर्थ शास्त्र हे आप बताइए की क्या जनता को इतना पता नहीं के सब्सिडी अगर होती हे तो मूल मूल्य से कम यानी २२ रूपये लीटर से कम का पेट्रोल मिलना चाहिए था जो आपके थोपे हुए टेक्सों से ढाई गुना महंगा कर बेचा जा रहा हे मनमोहन जी भारत की जनता सीधी देश के प्रति वफादार जरुर हे लेकिन इतनी बेवकूफ भी नहीं के वोह सब्सिडी का मतलब और तेल की कीमतों का मूल मूल्य नहीं समझती हो आप बार बार कीमतें बढाने की बात पर अटल हें आपको होना भी चाहिए क्योंकि आपके लियें तो कहावत हे के जब संय्या भये कोतवाल तो डर काहे का। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...