आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

26 जून 2010

वरुण के भाजपा में बहते कदम

भाजपा को कोंग्रेस से राजनितिक लढाई लड़ने के लियें एक गांधी की तलाश थी और आखिर उन्होंने एक गांधी वरुण गाँधी की शक्ल में तलाश ही लिया सब जानते हें के वरुण गांधी के पिता श्री संजय गांधी जनसंघ के घोर विरोधी थे और आज जो लोग भाजपा के सिरमोर बने बेठे हें यह सब संजय गांधी को सारी हदें पार कर गालियाँ बकते थे लेकिन कहते हें के राजनीति में कुछ स्थायी नहीं होता ना बाप बेटे का होता हे ना बेटा बाप का होता हे जो आज दोस्त होते हें कल वही दुश्मन होते हें और जो कल दुश्मन होते हें वही आज दोस्त बन जाते हें कुल मिला कर अपने निजी स्वार्थ के लियें ईमान बेच देना ही राजनीति का ही नाम हे वरुण की अम्मी मेनका जी ने पहले अपने पीटीआई को अपमानित करने वालों के साथ दोस्ती की फिर वरुण को जब भाजपा में लिया गया तो उनके टेलेंट से भाजपा के नेताओं के बढ़ते कदम रुक गये और उन्होंने वरुण को देश की राजनीति में बढा नेता बनने से रोकने के लियें एक सोची समझी साज़िश के तहत उन्हें जनता के सामने हिन्दू क्त्त्रप्न्थी नेता के रूप में पेश किया बेचारे वरुण तो बच्चे हे जब इन नेताओं ने वरुण के बाप को गच्चा दे दिया तो फिर बच्चा तो बच्चा हे इसी लियें वरुण के मुस्तकबिल को खत्म करने के लियें भाजपा के नेताओं ने वरुण कोप हीरो के रूप में पेश करने के स्थान पर देश के संविधान की भावना के विपरीत ज़हरीले नाग के रूप में पेश किया अगर भाजपा चाहती तो वरुण को आने वाले कल के भविष्य के रूप में पेश कर सकती थी और वोह इसकी काबलियत भी रखते हें लेकिन आज भाजपा की सभी साजिशों के बाद भी भाजपा के राजनितिक भविष्य को बचाने के लियें राहुल की जरूरत हे भाजपा चाहे जितने साजिशें रच ले लेकिन यह सच हे के वरुण गांधी भाजपा के सभी नेताओं की लोकप्रियता को अति शीघ्र पछाड़ देंगे और फिर भाजपा ही उनकी दुश्मन हो कर उन्हें भाजपा छोड़ने को मजबूर करने लगेगी। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...