तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
06 जून 2010
पत्रिका और भास्कर कोटा में तालाब बाबड़ी साफ़ कर रहे हें
बारिश के पूर्व गर्मी के दिनों में नदी नाले तालाब बावड़ियां साफ़ करने के नाम पर कोटा में नगरनिगम,नगर न्यास , सी ऐ डी ,सिंचाई विभाग , जलदाय विभाग,चम्बल शुद्धिक्र्ण विभाग करोड़ों का बजट आता हे और इस बजट को अधिकारी लोग चट कर जाते हें सफाई का बहाना होता हे अफसर मजे करते हें ऐसे में अखबार भ्रष्टाचार के खिलाफ निग्रान्कार होते हें और भ्रष्टाचार उजागर करने की ज़िम्मेदारी उनकी होती हे यकीन मानिए बढ़े बढ़े विज्ञापनों के बदले यह अखबार इसमामले में कोई भी खोज खबर कर खबर नहीं बनाते हें लेकिन खुद इस मामले में फर्जी वाह वाही लुटने के लियें विज्ञ्प्तिबाज़ों फोटो छपवाने के भूखों को पकड़ कर एक तगारी फावड़ा उठा कर तालाब बावड़ी सफाई का नाटक कर फर्जी खबरें बनाते हें यह अखबार पत्रिका भास्कर जितना वक्त लोगों को अख्ट्टा कर तगारी फावड़े चलाने में लगाते हे अगर इससे अधाव्क्त भी सरकारी भ्रष्टाचार जो इस मामले में फेलाया जा रहा हे उसे पकड़ने में लगायें तो यकीन मानिए करोड़ों के घोटाले तो उजागर होंगें साथ ही नदी,नाले,बावड़ियां,तालाब सब साफ़ हो जायेंगे और कोटा समस्या मुक्त हो जाएगा लेकिन इन अखबारों को कोटा समस्या मुक्त नहीं बलके खुद के लियें विज्ञापन और प्रचार चाहिए इसी लियें जनता के साथ इनकी भी ठगी चालु हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)