तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
04 जून 2010
कोटा के मुस्लिमों में महासंग्राम
कोटा में कुछ मोका परस्त धर्म के नाम पर लोगों को ठग कर रोज़गार बनाने वाले मोलाना इन दिनों कोटा के आम मुसलमानों को फिरकों में बाँट कर ल्धाने में लगे हें अनेक स्थानों पर मुसलमान इन मोकाप्रस्त मोलानाओं के बहकावे में हें और गुरुप बना कर एक दुसरे के खून के प्यासे बने हुए हें कोटा में एक मोलाना हें जो अपने आका मोलाना से प्रभावित होकर अपना गोत्र यानी खानदान बदल चुके हें वोह खुद को राजनीति में सबसे उंचा मानकर राजनितिक पद लोलुपता की दोड में हें , यह जनाब मोलाना खुद के पास हुजुर सल्ललाहो अलेह व्स्ल्लल्म की कुछ चीजें अपने पास होना बता कर मुसलमानों को गुमराह कर ठग रहे हें । एक मोलाना हें जो वक्फ नगर में बेथ कर धर्म को रोज़गार बनाकर लाखों रूपये की कमाई कर रहे हें वोह मस्जिदों में मोलानाओं की नियुक्ति कर उन्हें रूपये दिलवाने के हिमायती हें तन्त्र मन्त्र तो उनका अलग से काम हे एक विज्ञान नगर में बिना पढ़े लिखे मुफ्ती हें जो रूपये के बदले फतवे देना निकाह पढाने की जुगत में लगे रहते हें कोटा में इन दिनों शेहर काजी अनवार अहमद हें जो काजी कानून के तहत जिले में निकाह पढाने के लियें अधिक्रत हें लेकिन वक्फ नगर, विज्ञान नगर मुफ्ती, विज्ञान नगर मस्जित के लोग खुद की गेरकानुनी निकाह की डायरियां चाप कर लोगों को ठग रहे हें इसी तरह कुछ लोग फतवों के नाम पर इन्तिशार फेला रहे हें हद तो यह हे के अभी एक भीमगंज मंडी की एक मस्जिद में खून खराबा होते होते बचा धर्म को रोज़गार बना कर लाखों कमाने वाले कुछ मोलानाओं ने कथुन में अपने ही मजहब के भाइयों को आतंकवादी बताकर कलेक्टर को झूंठी शिकायत कर सनसनी फेला दी अब कोटा के शेहर काजी अगर लोगों को धर्म के नाम पर मुसलमानों को ठगने से रोकने की बात करते हें तो ये गेर इस्लामिक कामों में लगे मोलाना शेहर काजी के दुश्मन हो जाते हें कोटा में अगर इस फिसाद की जड़ों को समय रहते नहीं काटा गया तो वोह दिन दूर नहीं जब यहाँ अराजकता की स्थिति से प्रशासन और आम आदमी परेशान हो जाएगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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