तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
05 जून 2010
पर्यावरण प्रेमी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री पर्यावरण प्रेमी हें यह तो उनके पढ़ लगाओ नारे से सब जानते हें लेकिन इसे साबित करने के लियें आज विश्व पर्यावरण दिवस पर सुभ ६ बजे जयपुर में रेली निकालने के समय पहुंच कर सबको चोंका दिया गहलोत के इस कारनामे से पर्यावरण प्रेमी काफी उत्साहित हें जबकि लेट लतीफ अफसर सुभ बुलाने की मजबूरी से परेशान दिखे , गहलोत राजस्थान को हरा भरा रखना चाहते हें लेकिन अफसर और कर्मचारी हें के गहलोत के सपने चकनाचूर करने में लगे हुए हें पहले तो संभाग स्तर पर पर्यावरण समितियां गठित कर उनकी बैठकें बुलाई जाती थीं फिर उनकी जवाबदारी और अधिकारियों का कर्तव्य निर्धारण होता था लेकिन गहलोत के इस कार्यकाल में आज तक पर्यावरण संरक्ष्ण के लियें समितियों के गठन का कानूनी प्रावधान होने पर भी समितियों का गठन नहीं किया गया हे खुद वन पर्यावरण मंत्री इस मामले में चुप्पी साधे बेठे हें यही वजह हे के जंगलों में वन विभाग द्वारा जानवरों के लियें पानी की व्यवस्था नहीं करने से हजारों जानवर बेमोत मारे गये हें खुद मुख्यमंत्री जी के इलाके जोधपुर में हिरणों के मरने के बाद उन्हें रेट में गाध कर वन विभाग ने अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली लेकिन वन विभाग ने मरने वाले जानवरों को बचाने के लियें कोई योजना तय्यार नहीं की हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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