तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
27 जून 2010
में कोटा कलेक्टर से भी नही डरता
कोटा में एक पशुपालन अधिकारी हें जो कभी कोई काम नहीं करते और उनसे कारण पुन्चों तो वोह कोई जवाब नहीं देते उनसे फिर सवाल करो कार्यवाही का डॉ बताओ तो वोह कहते हें के जाओ कह दो में कोटा कलेक्टर से भी नहीं डरता जी हाँ कोटा के पशुपालन अधिकारी ऐसे ही हें उन्होंने आवश्यक जानकारिया सरकार को भेजने के लियें अधिकारी को नहीं भेजीं भेजना तो दूर लेकिहित में इनकार कर दिया फिर लाख समझाने पर जब वोह नहीं माने तो कलेक्टर ने उन्हें मीटिंग में सारा रिकोर्ड लेक्र्ट आने को कहा इस पर भी यह जनाब नहीं आये और इन्होने कलेक्टर को लिखित में लेटर भेज दिया के जाओ में नहीं आता हूँ तुम किया कर लोगे अब इन जनाब के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही खोलना पढ़ी हे लेकिन जनाब अधिकारी जी हे के ना जाने की मिटटी के बने हें इनके अभी भी कोई असर नहीं हुआ हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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...अरे सरकार जब अपनी हो तो किसी से डरने की क्या जरुरत !!!
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