तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
01 मई 2010
कोटा आईजी राजिव दासोत ने अपराधियों को सबक सिखाया
राजस्थान के सबसे बड़े आपराधिक क्षेत्र कोटा रेंज में जहां अपराधियों का बोलबाला था वहां आज अपराधी घर से बाहर निकल कर सांस लेने में डर रहे हें इतना ही नहीं अप्राधियों से सांठ गाँठ रखने वाले पुलिस कर्मी और पुलिस अधिकारी भी अब अपनी हरकतों से बाज़ आये बेठे हें । कोटा आई जी की पुलिस रेंज मध्यप्रदेश की सीमा से जुडी हे और इसमें कोटा,बूंदी,बारां,झालावाड जिले आते हें मद्यप्रदेश की सीमा से लगे होने के कारण यहाँ मादक पदार्थों और अवेध हथियारों की खरीद फरोख्त का बोलबाला हे इतना ही नहीं पिछले दिनों रावतभाटा उदयपुर आई जी रेंज क्षेत्र में जब लुटेरों ने ज्वेलर्स की दूकान पर लुट का नंगा नाच किया तो खुद कोटा के आई जी राजिव दासोत ने अपनी चुस्त दुरुस्त अक्ल का इस्तेमाल कर योजनाबद्ध तरीके से नाकेबंदी करवाई और फिर कुछ वक्त में ही उन्होंने असम्भव को सम्भव कर दिखाया और अपराधी पुलिस पकड़ में थे इनके कोटा में पूर्व एसपी कार्यकाल में प्रसिद्ध नीलू राणा काण्ड हुआ था जिसमें सफेद पोश अपराधी और पुलिस अधिकारी शामिल थे लेकिन इन्होने अपनी सूझ बुझ से दूध का दूध और पानी का पानी क्या और बिना इसी दबाव के निष्पक्ष जांच कर एक पुलिस अधिकारी सहित अन्यों को जेल भिजवाया बाद में मामले का राज्नितिकर्ण हो जाने के बाद इसकी जांच सी बी आई से करवाई गयी और यकीन मानिए सी बी आई ने इस जांच के नाम पर केंद्र सरकार के करोड़ों रूपये खर्च किये लेकिन जो जांच आई जी दासोत साहब ने की थी जांच उससे अलग नहीं हो सकी ,अभी चम्बल पुल हादसे की जांच लोगों के सामने हे दोषी लोग जेल में थे और बाक़ी दोषी भागे भागे फिर रहे हें इसी तरह छोटे मोटे लुक्के, गली छाप मजनू , चाकू बाज़ लुटेरे भू माफिया या जनता में खोफ का माहोल पैदा कर अवेध चोट वसूली करने वाले लोगों को आईजी राजिव दासोत ने ठिकाने लगाया हे और नतीजा सामने हे के अपराध शून्य की तरफ हे अन्यथा यहा जनता और पुलिस अपराध की घटनाओं से बेचें थी । अभी हाल ही में डरा गाँव में अनावश्यक गुर्जर और मुसलमान समुदाय में तनाव की स्थिति हो गयी थी आई जी साहब ने पहल की पुलिस और जनता की पंचायत डरा गाँव में गई गयी और गुर्जर मुसलमानों की ग़लत फेह्मिया दूर हुईं आज वहां भाईचारा शांति स्थापित हे आई जी साहब जन स्सुन्वाई कर रेंज के लोगों को समय के पूर्व राहत भी पहुंचा रहे हें और इस क्षेत्र में उनका पुराना अनुभव होने से उनकी आँख कान बने पुराने साथियों की मदद से अधीनस्थ पुलिस कर्मियों की कार गुजारियों पर भी उनकी नजर हे और यही वजह रही हे के किस थाणे में कोण क्या कर रहा हे इसकी अधिकतम खबर उन्हें रहती हे आई जी की इन्हीं खूबियों की वजह से सरकार नें अभी उन्हें रिवोल्वर अवार्ड से सम्मानित किया हे और दासोत जी ने पुलिस का गोरव बढाया हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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