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21 मई 2010

हिंदी ब्लोगिंग को जीवित रखने के लियें तहज़ीब जरूरी

दोस्तों, बुजुर्गों ,बहनों मेरी इस पोस्ट को अगर एक दो आदमी भी पढ़ें तो क्रप्या नाराज़ ना हों यह एक आयना हे जिसमें हमें अपना खुबसुरत या बदसूरत चेरा नजर आयेगा आप सभी को पता हे के दुनिया में नारद जी इस्राइल अलेह अस्सलाम संदेश लेन ले जाने का मोखिक काम करा करते थे वोह विश्व के पहले मोखिक ब्लोग्र्ट्स थे उसक बाद दुनिया बनी लोग मोखिक और फिर लिखित संदेश आने जाने लगे विज्ञान ने तरक्की की फिर अखबार छापे जाने लगे पहले त्रेदिल,फिर रोटरी फिर ऑफसेट मशीन पर अखबार छपने लगे लेकिन पत्रकार,लेखक को इन सभी हालातों में काक्ज़ कलम दवात अपने साथ रखना पद्धति थी और काक्ज़ के कलेजे पर पत्रकार या लेखक को अपने विचार उकेरना पढ़ते थे फिर नया युग आया इलेक्ट्रोनिक मीडिया ने प्रिंट मीडिया को पीछे छोड़ दिया इलेक्ट्रोनिक मीडिया कमरे और जुबां को लेकर प्रदर्शन करने लगा प्रिंट मीडिया ने खुद को पुनर्जीवित किया और काक्ज़ , कलम, स्याही ताक में रख क्र कम्प्यूटर लेबटोब पर बेथ क्र अपने विचा समाचा आलेखित क्र सीधे ही अखबार में संपादित कर प्रकाशित किये जाने लगे लेकिन दोस्तों आज हम राजिव जी के सपनों के भारत में २१वीं सदी में प्रवेश कर गये हें र एक छोटी सी पेन ड्राइव सीडी में सारे विश्व को समेत कर घूमते हें आज ब्लोगर्स की नई दुनिया बन गयी हे रोज़ हिंदी ब्लोगर्स बढ़ रहे हें उन्हें लेब्तोप या फिर कम्प्यूटर पर अपने विचार,खानी,समाचार,लेख,कविताएँ,चित्र या फिर जो भी हो प्रदर्शित करने का अवसर मिया हे सभी भाई चारा सद्भावना से रहने वाले ब्लोगर्स हें लेकिन कुछ हें के वोह शांत विकास शील इस हिंदी ब्लोगर्स की दुनिया को उजाड़ देना चाहते हें उल जलूल बात लिख कर वोह देश में अराजकता और ब्लोगर्स में नफरत का भाव पैदा करना चाहते हे तो दोस्तों इसे रोकने ऐसे लोगों को समझा कर शांत लेखन के लियें तय्यार करने की अब हमारी ज़िम्मेदारी हे और फिर भी अगर वोह नहीं समझते हें तो जनाब ऐसे लोगों को आज़ाद घुमने का हक नहीं हे इसके लियें उन्हें नामजद कर पुलिस के हवाले करवाने की सभी कोशिशें निर्भीकता से हमें करना होगी दोस्तों खुदा इश्वर भगवान नें हमें हिंदी ब्लोगिं की नई दुनिया दी हे इसक विचारों से हम देश में जागरूकता , साक्षरता, शुद्धिक्र्ण का काम कर सकते हें जो हम नही कर पा रहे हें हम भूल रहे हें के हम अगर अखबार निकालते तो प्रेस पुस्तक पंजीकरण कानून के तहत बंदिशों में बंद कर काम करना होता इलेक्ट्रोनिक मिडिया का काम हम करते तो केबल नेटवर्क टेलीविजन अक्त ओ दुसरे कानूनों की बंदिशों में काम करना होता आज हम साइबर कानून से सभी ब्लोगर बंधे हें जिसके उलंग्घन पर ३,५,७,१० साल तक की सजा और ५ लाख रूपये जुर्माने का प्रावधान हे तो ब्लोगर्स साथियों हमें खुद को कंट्रोल करने के लियें सेल्फ डिसिप्लिन सिस्टम तय्यार करना होगा हमारे विचार से किसी को तकलीफ ना पहुंचे कोई हमारे ब्लॉग से भडके नहीं इसका हमें ख्याल रखना होगा । हमें आज ही सभी हिंदी ब्लोगर्स के नाम पते मोबाइल नम्बर की सूचि बना कर ब्लोग्स पर डालना होगी खुद के पास रखना होगी और जिसके नाम पते तस्दीक नहीं हों ब्लॉग प्रोफाइल में दी गयी सुचना अगर ग़लत निकले तो फिर सेब थाणे केंद्र और राज्य सरकार को उसकी शिकायत कर उसे दंडित करवाने की ज़िम्मेदारी मेरी हे तो दोस्तों हमारे ब्लोगर्स टीम में जहरीले कीड़े जितने भी हें अब उन्हें अलग कर दंडित करवाने का समय आ गया हे आप भी प्रयास करो में तो इस दिशा में प्रयासरत हूँ और काफी हद तक कामयाब भी हो रहा हूँ इश्वर,खुदा,गोड अल्लाह मेरी मदद करे आमीन अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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