तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
03 मई 2010
कोटा की स्थाई लोक अदालत ठप्प
मुकदमों के त्वरित निस्तारण और लोक अदालत की भावना से मुकदमों के निस्तारण के लियें बनाई गयी स्थाई जिला लोक अदालत अब एक बार फिर कोटा में ठप्प हो गयी हे यहाँ विधिक न्यायिक प्राधिकरण का पुनर्गठन नहीं हो सका हे कोटा में जिला जज इस प्राधिकरन के अद्यक्ष होते हें और दो गेर सरकारी सदस्य नियुक्त होते हें सुनवाई के लियें एक जज जो अध्यक्ष होते हें उनके अलावा एक सदस्य की उपस्थिति जरूरी हे लेकिन कोटा में ३० मई को दो गेर सरकारी सदस्य रिछपाल पारिक और अशोक कालरा का कार्यकाल खत्म होने और अब तक नये सदस्यों को नामजद नहीं किये जाने से इस व्यवस्था को धक्का लगा हे और अब यहा जब तक नये सदस्यों की नियुक्ति नहीं होगी तब तक यहाँ सेकड़ों पक्षकार सुनवाई के लियें परेशान होते रहेंगे अब राजस्थान सरकार और राजस्थान हाई कोर्ट इस मामले में जल्दी कार्यवाही क्र दे तो ग़रीबों की सुनवाई हो सकेगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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