तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
29 मई 2010
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना
मेरे मामू जान की लडकी शिब्बी की शादी नजदीक आ रही हे आज वोह कार्ड पसंद करने गये थे एक कार्ड दस रूपये से तीन सो रूपये तक का था, शादी की जगह की त्य्यारियाँ भी देखीं वहां विवाह स्थल दो लाख रूपये का किराए पर मिला जहां तीन लाख का डेकोरेशन खाने की तो आप पूंछो मत जेसा खाना नेसी कीमत एक आदमी की प्लेट पर सो रूपये से पांच सो रूपये तक का खर्चा था बरात ठेराने और उनके नास्ते की तो बात ही अलग हे लेकिन गुप चुप लें दें जिसे दहेज़ नाम की बुराई से जाना जाता हे वोह लाखों का सोना चांदी आवश्यकता की चीजों का मामला अलग हे अब आप ही बताओ अपने लाडली जिसे लाखोबं रूपये खर्च कर पढाओ लिखाओ और फिर कलेजे के टुकड़े को अलग करने का इतना बधा जुर्माना हे ना इस समाज का दुखद रिवाज , इसी वजह से आज सामूहिक विवाह सम्मेलनों की तरफ समाज बढ़ गये हें सरकारें और समाज सेवक इस मामले में काफी मददगार हें तो मेरे ब्लोगर भाइयों आप भी सामूहिक विवाह समारोह जिनका नया आधुनिक रूप हो चाहे उनमें थोड़ी आधुनिकता हो ऐसे विवाह का कोई प्लान बताएं ताके कम खर्च में अच्छी शादियाँ होने लगें और लडके वाले बरात के इन्तिज़ाम को लेकर नाक भों सिंकोद्ना बंद करदें अगर ऐसी कोई दवा आपके पास हे तो क्रप्या बताएं इस समाज को में और आप मिलकर कम खर्चीला बनाएं अ। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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