तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
27 मई 2010
कोटा बारां के मामले में कोंग्रेसी में महाभारत
राजस्थान में कोटा बारां के दो गुरु चेले कहें जाने वाले मंत्रियों के बीच में इन दिनों ठन गयी हे प्रमोद भाया जो बारां के विधायक हें और राजस्थान सरकार में पी डब्ल्यू डी मंत्री हें वोह कभी कोटा के विधायक और राजस्थान सरकार में गढ़ मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल के चेले कहें जाते थे धारीवाल ने ही भाया को राजनीति में ऊँगली पकड़ कर चलना सिखाया निर्दलीय विधायक बना कर एक नया कीर्तिमान बनाया लेकिन अब भाया हें के धारीवाल जी गुरु मंत्री को ही आँखें दिखाने लगे हें हाल ही में भाया ने उनकी पत्नी के नाम से बनाये गये त्रस्त के माद्यम से सरकार के नियन्त्रण मन चल रही कोटा की एक संधि धर्मशाला को सस्ते दामों पर किराए पर लिया और फिर पी डब्ल्यू डी से गुप चुप लाखों के विलासिता भोग वाले काम करवा कर वहां ट्रस्ट का कार्यालय कायम किया शर्त यह रखी के धर्मशाला में बारां झालावाड के मरीजों को ठेराया जाएगा इसी बीच धारीवाल समर्थकों में से किसी की भाया के समर्थकों से तू तू में में हो गयी फिर किया था धारीवाल समर्थकों ने आनन फानन में फोन घनघना दिए और लोग अख्त्ते होकर कलेक्टर के पास भाया की कार गुजारियों की जांच करने पहुंच गये वेसे सम्बन्धित ट्रस्ट की आय और खर्च की भी जान्च्च होना जरुरु हे क्योंकि इसम भ्रष्टाचार का शिष्टाचार साफ़ तोर पर झलकता हे अब राजस्थान के मुख्यमंत्री जो इस मामले में कोटा आना चाहते थे पशोपेश में हें के विवादित धर्मशाला के उदघाटन कार्यक्रम में आकर वोह दुसरे मंत्री को केसे नाराज़ करें अब देखना हे के हाडोती के दो मंत्रियों की इस लढाई को केसे सुलझाई जा सकेगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)