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19 मई 2010

अफजल बकरे की माँ कब तक खेर मनाएगी

देश की शान्ति के दुश्मन अफजल गुरु को अपनी मोत फांसी का इन्तिज़ार हे कहते हें भगवान अल्लाह लोगों की जिंदगी और मोत की तारीखें तय करता हे और इसीलियें हम मानते हें के अफजल की मोत उपरवाले ने जिस दिन लिखी हे उसी दिन होगी लेकिन यह निश्चित हे के एक दिन उसे उसके कर्मों की सजा जरुर मिलेगी इसलियें फांसी में देरी से उसके समर्थक कुछ ग़लत फ़हमी ना पालें कहते हें बकरे की माँ कब तक खेर मनाएगी इसी तरह अफजल की भी अब खेर नहीं । दोस्तों यह हमारा देश हे जहां विधि नियम कायदे कानून इस देश की आत्मा हें और संविधान इस देश की धडकन इसी से हम और हमारे देश वासी बंधे हें इसीलियें और राष्ट्रों के मुकाबले में देश को आज भी लोकतंत्र का स्वर्ग खा जाता हे यही हमारे लियें गोरव की बात हे देश में कसाब को आतंक फेलाते सारे देश ने देखा था और जिस दिन कसब को पकड़ा था उसी दिन सभी को पता था के कसाब को फांसी की सज़ा मिलना निश्चित हे फिर भी देश ने विधि कानून का सम्मान किया और कडवे घूंट पीकर एक न्यायिक प्रक्रिया चला क्र उसे सुनवाई का मोका दिया फिर फेसला फांसी का आया कुल मिला क्र हमारे यहाँ विधि का राज स्थापित हे और इसी लियें हम अनुशासित हें अफजल की फांसी भी विधि नियमों और वरीयता के चक्कर में उलझी हे राजिव के हत्यारे अफजल के पहले के दोषी हें लेकिन उन्हें भी अभी फांसी नहीं दी गयी क्योंके हमारे देश में नियमों का उलंघन कर हमारी निजी खुन्नस निकालने का प्रावधान नहीं हे सब जानते हें आज़ाद देश के पहले आतंकवादी देश द्रोही जिसने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की निर्मम हत्या की थी इंदिरा जी की जिन्होंने हत्या की थी राजिव जी की जिन्होंने हत्या की हे उन्हें भी न्यायिक प्रक्रिया से गुजरने के बाद ही सजा दी गयी हे आज भाजपा अफजल गुरु की फांसी का राजनितिक्र्ण कर रही हे सब जानते हे भाजपा अयोध्या में मन्दिर वहीं बनायेंगे की जिद पर थी देश में कश्मीर मामले में ३७० हटाने और कोमन सिविल कोड लागू करने का एलान भाजपा के एजेंडे में था भाजपा शासन में आई तब उसने जाना की सरकारें विधि नियम कानून संविधान और देश से उपर नहीं होती हें और लगातार दो बार शासन करने के बाद भी वोह ना तो मन्दिर बनवा पाई ना ही कोम सिविल कोड लागू कर पाई ना ही कश्मीर मामले में ३७० हटा पायी तो दोस्तों देश में कानून हे विधि हे नियम हे संविधान हे यहाँ जज्बात की कोजगह नहीं और जिसे हमारे देश के कानून संविधान पर बरोसा नहीं उसके लियें हमारे देश में कोई जगह नहीं मेरी विनती हे ऐसे लोगों से जो खुद को देश कानून संविधान से उपर समझ कर गंदी राजनीति करते हें और कानून संविधान पर विशवास नहीं रखते हें वोह मेहरबानी कर के हमारा देश छोड़ जाएँ और हमें चेन से रहने दें आप जानते हें हीरो बनने के लियें कल्याण सिंह उमा भारती अडवानी नें देश का कानून तोडा था तो देश की राजनीति और खुद उनकी पार्टी में उनका नाम लेवा भी नहीं हे अब दोस्तों आप ही फेसला करो के कानून विधि और संवेधानिक प्रावधानों के विपरीत कहानिया गढ़ कर देश को भडकाने वाले लोगों को क्या दंड मिलना चाहिए । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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