तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
05 मई 2010
कोटा में भाजपा के आन्दोलन से कलेक्ट्रेट सील
कोटा में आज ६/५/२०१० को भाजपा का पानी बिजली और अन्य समस्याओं को लेकर प्रदर्शन हे इस डॉ से यहाँ कोटा कलेक्टर के कर्मचारी और पुलिस जनता से ज़्यादा कलेक्ट्रेट की सुरक्षा की कोशिशों में लगे हें कोया कलेक्ट्रेट जहां दरवाज़ा खोल कर जनसुनवाई का इतिहास रहा हे वहां अब वेसे ही कलेक्टर साहब और सरकार की मेहरबानी से परिंदा पर नहीं मार सकता लेकिन अब तो इस प्रदर्शन से बचने के लियें कलेक्ट्रेट का मुख्य दरवाज़ा पूरा सील कर दिया गया हे छोटे छोटे आवाजाही के रास्ते भी बंद कर दिए हें आब आप ही बताओ जब कोटा कलेक्ट्रेट को आन्दोलन कारियों के डर से आज़ादी के बाद पहली बार सील होते देखा हे तो मन में अंग्रेजी गुलामी की याद तो ताज़ा होना स्वाभाविक हे अब चाहे जनता की सुरक्षा जाए भाद में हमें क्या पड़ी बस हम सुरक्षित रहें। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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