तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
22 अप्रैल 2010
कोटा जेल केदियों के लियें मोत और आतंक का घर बनी
राजस्थान के कोटा जेल में पिछले काफी दिनों में बंद केदियों में से दर्जनों केदी अकाल मोत का शिकार हो रहे हें हालात यह हे के कोटा जेल में जब भी केदी जाते हें उनकी देखरेख स्वास्थ परिक्षण सही नही हो पाता हालत यह हे के जेल में दवाइयां भी निम्न स्तर की दवाइयां हें और केदी की बिमारी को वहां गम्भीरता से नहीं लिया जाता हर केदी को नशेडी समझ कर इलाज किया जाता हे दवाइयां निम्न स्तर की होती हें और काफी हालत बिगड़ने के बाद मरीज़ को महाराव भीम सिंह चिकित्सालय में भेजा जाता हे , हालात यह हे के रोजमर्रा केदियों की मोत हो रही हें केदी जेल में जाते ही केदियों से पित रहे हें जेल में रोज़ केदियों के बीच गेंगवार हो रही हे पिछले दिनों एक धार्मिक पुस्तक की बेहुरमती को लेकर वहां जाँच हुई थी जो ठंडे बसते में बंद हे बरसों से जमे जेल कर्मचारी और जेल अधिकारी यहाँ अधिकारियों के कमाऊ पूत बने हें कुल मिला कर कोटा जेल और नर्क में कोई फर्क नहीं हे जेल कर्मियों अधिकारियों बेनामी सम्पत्ति का खाता बढ़ता जा रहा हे कोटा जेल के अधिकारियों को अगर तुरंत नहीं बदला गया और जेल अधिकारियों को नहीं हटाया तो कोटा जेल के हालत भुत बिगड़ जायेंगे देखो सरकार तो किसी की सुनती नहीं अधिकारी कान में रुई दाल कर बेठे हें अब कोटा जेल का हाल क्या होता हे यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन यहाँ सब मिला कर एक लाख रूपये प्रतिदिन उपर की आमदनी हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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