आपका-अख्तर खान

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27 मार्च 2010

मेरा गाँव मेरा देश

जय जवान जय किसान ,मेरा गों मेरा देश यह सब हमारे देश के नारे थे लेकिन आज आप सोचिये हमारा रक्षा बजट ६० प्रतिशत हे और यह सब इसलियें के हमारी सीमाएं सुरक्षित रह सकें लेकिन आज आप खुद देखिये की इतना सब कुछ खर्च करने सेनिकों का मनोबल बढ़ाने के बाद भी नतीजा आपके सामने हे हमारा ख़ुफ़िया तन्त्र टूटा हुआ हे सीमा चोकसी में छीजत हे हालत यह हें के मुंबई , देल्जी और आप हम सब देहशत के साए में जी रहे हें क्या हम हमारी चोकसी में कमी कर रहे हें अगर हाँ तो फिर मूल दोषीयों को नामजद कर सज़ा दिलवाएं इसके लियें हम एक बढ़ा अभियान चला कर लोगों को चेताएं यही हमारी शहीदों को सच्ची श्रधान्जली होगी

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