तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
13 मार्च 2010
यह कैसे कोंग्रेस हे
जी हाँ आप भी कोंग्रेसी में भी कोंग्रेसी लें क्या अब यह वही कोंग्रेस है जिसमे इंदिरा जी ,राजीव जी थे जहां कार्यकर्ताओं की आवाज़ बुलंद थी नेता सविधान पर चलते थे आज एसा नहीं हे क्या आप अपनी बात सोनिया जी , राहुल जी, मनमोहनजी तक लिख कर पहुंचा सकत हैं क्या वोह ख़त उनतक पहुँचने की गारंटी हे क्या उस पर अमल होगा उसका जवाब आएगा क्या कर्येकर्ता को टिकिट मिलेगा क्या लोगों को कोंग्रेस का सविंधान याद है क्या सदस्य साल मैं सात दिन समाज सेवा करते हैं अपनी आमदनी को हिस्सा और बेलेंस शीट कोंगेस कार्यालय में देते हैं नहीं ना तो फिर उठो देश बचाने और कोंग्रेस को बच्चाने के लिए कोंग्रेस शुध्धिकरण मंच बना कर देश व्यापी आन्दोलन करें।
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