तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
23 मार्च 2010
कोंग्रेस खुद को भूल गई
जी हाँ यह सच हे हमारे देश में आज जो अराजकता हे उसकी मूल वजह कोंग्रेस का खुद को भूल जाना हे बात साफ़ हे कोग्रेस का अपना इतिहास ,अपना सविंधान कानून हे लेकिन कितने कोंग्रेसी हें जो उस सविंधान को जानते हें और जो जानते हें वोह मानते नहीं उसकी पलना नहीं करते इसीलियें आम कोंग्रेसी मोकापरस्त मनमोजी मतलबी अराष्ट्रवादी हो गया हे कोंग्रेस का कानून कहता हे कड़ी पहनो आंतरिक लोकतंत्र जीवित रखो साल में एक हफ्ते अपने काम काज से छुट्टी लेकर समाजसेवा और राष्ट्रिय कार्यक्रमों की क्रियाविती में मदद करो यानी सूल में सात दिन सफाई ,नेहर खुदाई ,कुआ खुदाई ,कच्ची बस्तियों में समाज सेवा वगेरा हे हाल ही में राहुल गाँधी कोटा आकर यह सब करने शाहबाद गये थे फिर भी कोंग्रेस्सियों के यह बात समझ में नहीं आई । कोंग्रेसी के लियें जरूरी हे के वोह साल भर की कमाई का ब्योर इन्कमटेक्स की बेलेंस सहित के साथ कोंग्रेस कार्यालय में दे और फिर उसका पांच प्रतिशत कोंग्रेस फंड में जमा कराए तो दोस्तों कोन हे एसा कोंग्रेसी जो यह सब कर रहा हे केवल टिकिट लेना, भाईभतीजावाद फेला कर अपनों को आगे बढ़ाना सिर्फ जितने के लियें गेर्कोंग्रेसी लोगों से समझोता कर उन्हें अपनों की उपेक्षा कर टिकिट देना मंत्री बनने के बाद कोंग्रेसी कार्यकर्ताओं ,कोंग्रेस कार्यालय को भुला खुद का गुणगान करवाना यहे सब बचा हे और इसीलियें आज कोंग्रेस और देश पिछड़ रहा हे समझे जनाब , अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान बीजेपी का भी यही हाल हे उसमें भी सविंधान की पालना नहीं हे ।
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