तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
20 मार्च 2010
बार कोंसिल वकीलों के लिएकुछ करो
आदरनीय बार कोंसिल सदस्यों आप लोग जित गये अच्छी बात हे लेकिन महरबानी करके वकील और अदालत के निजाम के लियें भी कुछ करेजिला और तेसिल अदालतों में वकीलों के लियें आवश्यक सुविधाएँ नहीं हें जज मजिस्ट्रेट नहीं हें कार्यपालक न्यायालयों की हालत तो और बदतर हे । वकील कोटे से ऐ डी जे नहीं बनाये जा रहे हें सभी पदों पर फास्ट ट्रेक के नाम पर न्यायिक अधिकारीयों को बिठा दिया हे वकीलों के ऐ डी जे के इम्तिहान हुए लेकिन रिजल्ट आये बगेर ही प्र्क्षाएं रद्द कर दी गयीं अदालतों में जजों की कार्यप्रणाली ठीक नहीं चल रही हे हमारे कोटा में दो अदालतें ऐसी हें जहाँ जाते ही स्वर्ग का सुख महसूस होता हे दो अदालतें मजबूत हें बाक़ी तो जरसा काम कर रही हें वेसा ही कर रही हें आंकड़ों का खेल चल रहा हे एक अदालत के पास कई अदालतों का चार्ज हे वेह भी बेचारे ऐसे में क्या करें।
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