बाबूलाल जैन दे गए दो असहाय नेत्रहीनों को नई नेत्र ज्योति
भवानीमंडी से 138 वाँ नेत्रदान
नेत्रदान
के माध्यम से मृत्यु के बाद भी दुनिया को देखा जा सकता है, और दो लोगों के
जीवन को रोशन किया जा सकता है, इसी से प्रेरित होकर भवानीमंडी में
नेत्रदान के प्रति लगातार जागृति बढ़ती जा रही है।
भारत विकास परिषद के
नेत्रदान प्रभारी कमलेश गुप्ता दलाल ने बताया कि नेत्रदान में हमेशा प्रेरक
की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है और यही हुआ कि पचपहाड़ निवासी
बाबूलाल जैन के निधन होने के बाद गणेश सालेचा की प्रेरणा से पुत्र दिलीप
जैन एवं चेतन जैन के द्वारा नेत्रदान की सहमति प्रकट की गई, उनके द्वारा
सूचना देने पर शाइन इंडिया फाउंडेशन के डॉ कुलवंत गौड़ ने रात्रि को 9 बजे
ज्योति रथ से भवानीमंडी पहुंचकर नेत्रदान प्रक्रिया संपादित करके घर पर
उपस्थित सभी परिवार सदस्यों के सामने कॉर्निया प्राप्त किया। नेत्रदान
प्रक्रिया में मृतक की धर्मपत्नी श्यामा देवी एवं धर्मचंद जैन सिंहपुर, डग
पंचायत समिति उप प्रधान संतोष जैन व संजय जैन आदि ने भी सहयोग किया।
नेत्र
उत्सरक शाइन इंडिया फाउंडेशन के डॉ कुलवंत गौड़ के अनुसार नेत्रदानी
बाबूलाल जैन का कोर्निया अच्छा पाया गया है जिसे आई बैंक जयपुर भिजवा दिया
गया है, जहां यह दो नेत्रहीनों को नई नेत्र ज्योति प्रदान कर सकेगा।
शाइन
इंडिया फाउंडेशन के नगर संयोजक कमलेश गुप्ता के अनुसार शाइन इंडिया
फाउंडेशन के सहयोग से यह भवानीमंडी क्षेत्र से प्राप्त रिकॉर्ड 138 वाँ
नेत्रदान है, जिसके माध्यम से 276 से अधिक नेत्रहीनों को नई रोशनी दी जा
चुकी है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
16 अप्रैल 2025
बाबूलाल जैन दे गए दो असहाय नेत्रहीनों को नई नेत्र ज्योति
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