पहलगांव सामूहिक नरसंहार ,, भारत के लिए एक बढ़ी चुनौती है , और इस आतंकवादी नृशंस हत्याकांड के लिए ज़िम्मेदार सिर्फ आतंकवादियों को ही नहीं , इन्हे पनाह देने ,, इन्हे प्रशिक्षण देकर भारत में ऐसी घटनाएं करवाने वाले मुल्क को भी सबक़ सिखाना ज़रूरी है , भारत सक्षम है , ऐसे लोगों से निपटने के लिए ,एक बार आर पार हो ही जाना चाहिए , आज़ादी के पहले का अटूट भारत फिर से बन जाना चाहिए , जानवरों को मारने के लिए जानवर बनना ही पढ़ेगा , क्योंकि मज़हब के नाम पर जो भी नरसंहार करे , हत्या करे , हिंसा भड़काए वोह कोई भी हो इंसान तो हरगिज़ नहीं , और ऐसे जो भी लोग हमारे देश के अंदर , देश के बाहर है ,, उन्हें तलाश कर पहलगांव के शहीदों के पास ही पहुंचाना चाहिए ,खासकर अमित शाह साहब और अजित जी ढाबोल साहब को भी अपनी टीम , सुरक्षा टीम , सुरक्षा घेरे , इन्फॉर्मेशन सिस्टम की समीक्षा करना ही चाहिए , पहलगांव के शहीदों को नमन ,, उनके परिजनों को अल्लाह ईश्वर सब्र दे और ,, ज़िम्मेदार हमलावरों का इसी तरह का क्रूरतम अंत हम सभी देखे , अल्लाह से यही दुआ है , ,अख्तर
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