नेत्रदानी परिवार की समझाइश पर संपन्न हुआ नेत्रदान
गुमानपुरा निवासी विनोद नागवानी शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र के तौर पर काफी समय से कार्य कर रहे हैं, उनके परिवार से पूर्व में भी दो नेत्रदान उनके पिता रमेश नागवानी और मौसी सोनिया मैलानी का नेत्रदान संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से संपन्न हुआ था ।
आज विनोद की चाची मधु नागदेव का आकस्मिक निधन हुआ तो,उन्होंने तुरंत ही चाचा अशोक नागदेव से नेत्रदान करवाने की बात की, जिस पर तुरंत ही सहमति मिल गई । अशोक जी का कहना था कि, कम उम्र में ही बिना किसी बीमारी के उनकी मृत्यु होने से हम सब आहत हैं । पर यह संतोष है कि, नेत्रदान से कम से कम वह दो दृष्टिहीनों की आंखों में रोशनी बनकर जीवित तो रहेंगी ।
सहमति मिलने के उपरांत संस्था के मार्गदर्शन में,सिंधी कॉलोनी स्थित निवास पर आई बैंक टेक्नीशियन टिंकू ओझा ने नेत्रदान प्राप्त किया । नेत्रदान के इस पुनीत कार्य में बेटे रोहित,नीरज,बेटी जयमाला,बहू भावना की भी सहमति रही ।
गुमानपुरा निवासी विनोद नागवानी शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र के तौर पर काफी समय से कार्य कर रहे हैं, उनके परिवार से पूर्व में भी दो नेत्रदान उनके पिता रमेश नागवानी और मौसी सोनिया मैलानी का नेत्रदान संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से संपन्न हुआ था ।
आज विनोद की चाची मधु नागदेव का आकस्मिक निधन हुआ तो,उन्होंने तुरंत ही चाचा अशोक नागदेव से नेत्रदान करवाने की बात की, जिस पर तुरंत ही सहमति मिल गई । अशोक जी का कहना था कि, कम उम्र में ही बिना किसी बीमारी के उनकी मृत्यु होने से हम सब आहत हैं । पर यह संतोष है कि, नेत्रदान से कम से कम वह दो दृष्टिहीनों की आंखों में रोशनी बनकर जीवित तो रहेंगी ।
सहमति मिलने के उपरांत संस्था के मार्गदर्शन में,सिंधी कॉलोनी स्थित निवास पर आई बैंक टेक्नीशियन टिंकू ओझा ने नेत्रदान प्राप्त किया । नेत्रदान के इस पुनीत कार्य में बेटे रोहित,नीरज,बेटी जयमाला,बहू भावना की भी सहमति रही ।
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