भाई की जन्मदिन पार्टी छोड,150 km तक जाकर,लिये 3 नैत्रदान
2. बारिश,अँधेरे में रात भर दौड़े, और ले आए 6 दृष्टि बाधित के लिए रोशनी
3. विश्व अंगदान दिवस पर संपन्न हुए तीन देवलोकगामियों के नेत्रदान
मंगलवार
 का दिन शाइन इंडिया फाउंडेशन के लिए काफी दौड़ भाग वाला रहा,परंतु अंत में
 मन को सुकून वाली बात यह रही की, देर रात 2:00 तक 6 दृष्टिबाधितों के लिए 
रोशनी का इंतजाम पूरा हुआ । 
रामगंज मंडी शाखा के शाइन इंडिया 
फाउंडेशन के ज्योति मित्र संजय विजावत ने सूचना दी की आनंद विहार कॉलोनी 
रामगंज मंडी निवासी स्व० राहुल शर्मा का हृदय-घात से निधन हुआ है और परिजन 
नेत्रदान के लिये सहमत हैं । सूचना मिलते ही कोटा से डॉ कुलवंत गौड़ 
नेत्रदान लेने के लिए रवाना हो गए । दरा के बाद रामगंज मंडी तक तेज बारिश 
थी परंतु शाम 5 बज़े निवास पर पहुंचकर राहुल का नेत्रदान डॉ गौड़ ने लिया ।
रामगंज
 मंडी से नेत्रदान लेकर शाइन इंडिया की कोटा में पहुँचने वाली ही वाली थी 
कि, मंडाना टोल पर भवानी मंडी के ज्योति मित्र कमलेश दलाल ने सूचना दी की 
उनके पास की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी दिलीप कुमार पाल की चाची जी शांति
 देवी का आकस्मिक निधन हुआ है, और वह भी नेत्रदान के लिए तैयार हैं, सूचना 
मिलते ही,डॉ गौड़ मंडाना टोल से भवानी मंडी के लिए निकल गये । 
रास्ते
 भर में तेज बारिश,घना अंधेरा और ख़राब रास्ते की परवाह किए बिना,रात 10:00 
बजे भवानी मंडी में शांति देवी का नेत्रदान पति राम प्रसाद पाल और जेठ 
रामबरन पाल की सहमति से संपन्न हुआ । 
इसी नेत्रदान के दौरान भवानी 
मंडी से 25 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश की सीमा में स्थित ग्राम गरोठ से भी 
एक नेत्रदान की सूचना प्राप्त हुई, संस्था के ज्योति मित्र कमलेश दलाल और 
नरेंद्र चौधरी ने बताया कि,खड़ावदा रोड,गोयल कॉलोनी, गरोठ निवासी ओमप्रकाश 
धनोतिया के भाई जगदीश धनोतिया का निधन हुआ है,और परिजन उनके नेत्रदान 
करवाने के लिए सहमत हैं । देर रात 11:00 बजे भवानी मंडी से टीम गरोठ पहुंची
 और परिजनों के बीच में नेत्रदान का कार्य संपन्न किया ।
गाड़ी में हर समय तीन नेत्रदान की व्यवस्था रहती है
ज्ञात
 हो कि,संस्था को दान में मिले,वाहन ज्योति रथ में हर समय तीन व्यक्तियों 
के नेत्रदान प्राप्त करने के लिए उपयुक्त सामान मीडिया, उत्सर्जन किट हमेशा
 रहता है,यही कारण रहा कि,कोटा से निकलने के बाद,वापस आने तक 6 घंटे में 
तीन देवलोकगामियों के नेत्रदान प्राप्त कर पाये ।
भाई की बर्थ डे,पार्टी छोड़ पहले लिए नेत्रदान
डॉ
 गौड़ ने बताया कि,कल शाम को ही छोटे भाई विकल्प का जन्म दिवस था,घर पर छोटा
 सा कार्यक्रम का आयोजन था, नैत्रदान का कार्य अन्य सभी कार्यों में 
सर्वोपरि है,छोटे भाई का जन्म दिवस फिर कभी मना लेंगे, परंतु यह कार्य 
ज्यादा जरूरी था । 
6 घंटे में 300 km स्वयं वाहन चलाकर,लिए नेत्रदान
आर्थिक
 संकट के कारण ,संस्था के पास में वर्तमान में कोई ड्राइवर नहीं है । ऐसे 
में स्वयं ही गाड़ी चला कर दूर-दराज़ के नेत्रदान लेना होता है, कल भी 6 
घंटे में कुल 300 किलोमीटर का सफर डॉ गौड़ ने खुद गाड़ी चला कर किया । रात 
का डिनर भी रास्ते में गाड़ी में चलते-चलते ही किया ।
 
 
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