1. श्योपुर जा रही एंबुलेंस को बीच रास्ते में रोक,सम्पन्न हुआ नैत्रदान
2. शहर छोड़ चुकी एंबुलेंस बीच में रुकी, नैत्रदान के बाद हुई रवाना
संस्था के ज्योति मित्र मुकेश अग्रवाल जी को सूचना मिली कि उनके करीबी रिश्तेदार,ठोड़ी बाजार,श्योपुर निवासी शंकर लाल गर्ग जी की पत्नी चंद्रकांता गर्ग का आकस्मिक निधन कोटा के राजकीय अस्पताल में हुआ है,और उनके बेटे सूर्य प्रकाश माताजी के पार्थिव शव को एंबुलेंस में रखकर कोटा शहर से मध्यप्रदेश के शहर श्योपुर के लिए रवाना हो चुके है ।
एंबुलेंस में जा रहे सूर्य प्रकाश के करीबी रिश्तेदार अशोक कुमार जैन जो कि पहले से ही शाइन इंडिया के नेत्रदान के कार्यों से परिचित थे, उन्होंने तुरंत ही सूर्य प्रकाश से माताजी के नेत्रदान करवाने की बात रखी, और सहमति मिलते ही मुकेश को सूचना दी ।
मुकेश की सूचना पर शाइन इंडिया फाउंडेशन और ईबीएसआर-बीबीजे चेप्टर के कॉर्डिनेटर डॉ कुलवंत गौड़ ने
अनुरोध किया कि, यदि वह थोड़ा सा समय दें,तो हम नैत्रदान के माध्यम से माताजी को किसी दूसरे की आँखों में जीवित रख सकते हैं ।
बेटे सूर्य प्रकाश ने सारी बात सुनकर एंबुलेंस को शहर के बाहर बाराँ रोड पर रुकवा दिया, डॉ गौड़ तुरंत ही मौके पर पहुंचे और एंबुलेंस के अंदर ही माताजी के नैत्रदान की प्रक्रिया संपन्न की । जाते समय बेटे सूर्य प्रकाश ने कहा कि,माँ की मृत्यु से मन में बोझ था,परंतु नेत्रदान हुए तो मन में संतोष है की, माताजी कहीं ना कहीं किसी की आँखों में रोशनी बनाकर जीवित रहेंगे ।
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