परिजनों के प्रयास से,चार अंधेरी जिंदगी होगी रौशन
2. दो दिनों में दो पुण्य आत्माओं के नेत्रदान संपन्न
भारत विहार,बजरंग नगर,निवासी हरमीत सिंह साहनी (42 वर्ष) का आज सुबह आकस्मिक हृदय-घात से आकस्मिक निधन हुआ । हरमीत जी मारुति भाटिया में काफी लंबे समय से कार्यरत थे,स्वेच्छिक रक्तदाता के साथ साथ ,सभी के सुख-दुख में साथ देना और जरूरतमंद के लिए सुविधा उपलब्ध कराना,उनके व्यवहार में था ।
बड़े भाई त्रिलोचन सिंह साहनी ने 4 वर्ष पूर्व अपने 20 वर्षीय बेटे सरबजीत सिंह के आकस्मिक निधन के उपरांत नेत्रदान का पुनीत कार्य संपन्न कराया था । उन्हें आज भी यह सुकून है कि,उनका बेटा किसी की आंखों में रोशनी बनकर जीवित है । इसी भावना के साथ उन्होंने अपने छोटे भाई हरमीत के नेत्रदान के लिए बहू निर्मल कौर और बेटे मनवीर को नेत्रदान करवाने के लिए तैयार किया ।
सहमति मिलने के उपरांत शाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से नेत्रदान का पुनीत कार्य 300 से अधिक रिश्तेदार और परिवार के सदस्यों के बीच में संपन्न हुआ ।
इसी तरह बीती रात रविवार को ,बोरखेड़ा निवासी नवीन जेठी की माताजी प्रेमलता जेठी का भी निधन हुआ था । नवीन जी ने अपने भाई अमित,गुलशन और पिता रमेश से माता जी के नेत्रदान के लिए सहमति ली, और शाइन इंडिया के सहयोग से नेत्रदान संपन्न हुआ ।
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