आपका-अख्तर खान

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08 जून 2023

परमादरणीय अख्तर भाई , कोटि कोटि शुभेच्छाओं के साथ ।

 

परमादरणीय अख्तर भाई ,
कोटि कोटि शुभेच्छाओं के साथ ।
आप बहुत ही श्रेष्ठ सैद्धांतिक मूल्यों को परिभाषित करता हुआ एक ऐसा विराट व्यक्तित्व हैं जिसका कोई सानी नही है। जिसके समक्ष समग्र व्याकरण गौण हो जाता है । अंतरराष्ट्रीय सन्दर्भों की गहन जानकारी हो या कोई सहज और सरल सूचना आपके मार्गदर्शन का लाभ सबको मिलता है ।
आप प्रबल आंतरिक कौशल और बाह्य सामंजस्य की अद्भुत मिसाल हैं।
आपका यह विराट आभामंडल कभी कभी तो ऐसा लगता है मानो किसी को आपसे मार्गदर्शन लेना हो तो इतना विनम्र और प्रेरक सुझाव आपके अलावा शायद ही कोई दे सकता हो । आपके इस सुझाव में ना अहंकार है ना ही स्वयं को साबित करने का दम्भ बस है तो विनम्र आचरण और कोटि कोटि समाधान । आप स्वयं के भीतर ही कोटि कोटि रहस्य लिये मौन या कभी चिर परिचित मुस्कान लिये सबके अपने हैं ।
आपका व्यक्तित्व उन कोटि कोटि प्रतिमानों के मध्य बौद्धिक प्रतिबद्धता का अनूठा संगम हैं । जो मन को कभी तृप्त करतें है कभी अमृत करतें है और कभी अनायास ही विस्मृत भी कर देते हैं । आपके मौन से लेकर अभिव्यक्ति तक बहुत ऐसी गहराई जिसका शाब्दिक ज़िक्र करना भी बेहद कठिन है । लेकिन स्वयं में आभासित होना एक अभिनव कौशल है । आप ब्रह्माण्ड का वो प्रकाश हैं जिसे विश्व न्युट्रीनो पॉवर के रूप में ख़ोज रहा है । में कभी कभार अक्सर आपको खोज भी लेता हूँ तो प्राप्त करना बेहद जटिल है । लेकिन इन्हीं जटिलताओं के मध्य सरलता से में आपको प्राप्त कर ही लिया करता हूँ ।
आप एक ऐसा ग्रन्थ जिसे जितना पढा जाये उतना ही कम है । आप वयं रक्षाम से लेकर अरण्येन अधिकार , मेरी वोल्गा यात्रा, में वोरिशाईल्ला जैसी अनकही अद्भुत अकल्पनीय अविस्मरणीय क्या क्या कहूँ आप सब कुछ हैं ।
में जितना समझा हूँ मुझे भी लगता है ये आपको समझना पर्याप्त नही है । आपकी धुरंधर युद्ध शैली को देखकर लेकिन ये बहुत नाकाफ़ी है अभी भी व्याकरण समृद्ध कर रहा हूँ । विगत अनेकों वर्षों से आपके सानिध्य में हूँ गहन आत्मावलोकन के पश्चात बारम्बार आप श्रेष्ठता के अभिनव कीर्तिमानों को परिभाषित करते हुऐ ही समय के साथ और विराट और व्यापक हुऐ हैं । में आपकी शक्तिशाली दिनचर्या और समय प्रतिबद्धता के कोटि कोटि महत्व के आगे हमेशा नतमस्तक रहता हूँ ।
आपके प्रकाश से मुझे जो ऊर्जा प्राप्त होती है । उसके लिये समग्र व्याकरण गौण हो जाता है । आपके जन्म दिवस पर मेरे अंतर्मन में जो प्रसन्नता है उसे व्यक्त नही कर सकता हूँ । किन्तु में उसे सिद्ध करने के लिये हमेशा प्रयासरत रहूँगा ।
आपका
शेखर

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