शुक्रिया कटारा भाई,
जो अपने शब्दों को भावना की चासनी में डुबोकर लोगों का मन आल्हादित करते हैं। खास लोगों से लेकर आमजन के व्यक्तित्व कृतित्व और पीड़ा जन समस्या को अपनी संवेदना में भिगोकर अनूठा रेखा चित्र उकेरते हैं। शब्द चित्र से पूरा चलचित्र प्रस्तुत कर देने वाली ऐसी विलक्षण शख्सियत के बारे में लिखना वाकई बड़ा जटिल कार्य है। वे कड़ी मेहनत कर लोगों के बारे में लंबा चौड़ा लिख सटीक विश्लेषण करने में माहिर हैं। सोच रहा था जो सबके लिए लिखते हैं उनके बारे में कौन लिखें। ऐसे मेरे पुराने पत्रकार साथी वाकपटुता में अच्छे-अच्छे को मात देने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता एवं कई सामाजिक मानवाधिकार संस्थानों से सरोकार रखने वाले धर्मनिरपेक्ष जनवादी मूल्यों के प्रहरी बहिर्मुखी प्रतिभा के धनी अख्तर खान अकेला को उनके जन्मदिन पर लख लख बधाइयां और अनंत शुभकामनाएं कि उनकी कलम अनवरत चलती रहे। जब तक यह धरती आसमान कायम रहे। दमित शोषित पीड़ितों की आवाज को मुखर करने और न्याय तथा हक के संघर्ष की मशाल को इसी तरह जाज्वल्यमान करने का फर्ज अदा करते रहें। वह ना थकते हैं और ना रुकते हैं। जो कहना हो बेबाक और पारदर्शी तरीके से कहते हैं। किसी की तारीफ या आलोचना भी करनी हो तो इस सलीके और तरीके से करते हैं कि उनकी भावाभिव्यक्ति पता नहीं कितने लोगों के दिल की अभिव्यक्ति बन जाती है । जन्मदिन पर बहुत-बहुत शुभकामनाएं बधाई अख्तर भाई।--ओम कटारा
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