ग्रेटर कोटा प्रेस क्लब सुनील माथुर के नेतृत्व में , पिंक सिटी प्रेस क्लब से भी ज़्यादा सुविधायुक्त भवन बनाएगा ,, पत्रकारों के हित संवर्धन के सभी काम होंगे ,, व्यक्तिगत छींटा कशी , रंजिशों का जवाब मोहब्बत के साथ गले मिलकर दिया जाएगा , मिलजुल कर पत्रकारों के स्वाभिमान , उनकी समस्याओं के समाधान , उन्हें भूखंड आवंटन को लेकर, कार्यवाही करेंगे ,, ,जेबी संस्था हरगिज़ नहीं बनाएंगे ,, ,
मशहुर शायर ग़ालिब ने कहा था , दर्द हद से ज़्यादा बढ़ता गया , दर्द खुद दवा हो गया ,, इसी तरह से किसी ने कहा है , के कोई बढ़ी लाइन को पकड़ कर, मनमानी करने लगे , पकी पकाई खीर का मालिक बनकर , मनचाही , व्यवस्था करने लगे , तो सूए माफ़ कर दो , और खुद बढ़ी लकीर खेंच लो , खुद , इससे बहतरीन खीर बनाकर , लोगों तक पहुंचा दो , इसी सोच के तहत ,कोटा में प्रेस क्लब के असंवैधानिक विवादों के आरोपों के बाद , एक ग्रेटर प्रेस क्लब कोटा का जन्म हुआ , और , बिना किसी वाद विवाद के , प्रेस क्लब कोटा के मुक़ाबिल एक पंजीकृत , ग्रेटर कोटा प्रेस क्लब बन गया ,,, कोटा में , नए ग्रेटर प्रेस क्लब कोटा की विधिवत घोषणा , संवैधानिक तोर पर , इस क्लब के पंजीकरण , और निर्वाचन व्यवस्था के बाद हाल ही में हुई है , ,वरिष्ठतम पत्रकार , सुनील माथुर , इस क्लब के अध्यक्ष , निर्वाचित हुए है ,, जबकि अनिल भारद्वाज क्लब के सचिव निर्वाचित हुए है , कोषाध्यक्ष बद्री प्रसाद गौतम मंगल वर्धनी ,, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेमंत शर्मा , उपाध्यक्ष हरी मोहन शर्मा , कार्यालय सचिव हंसपाल यादव निर्वाचित हुए है ,, वरिष्ठ पत्रकार संजय वर्मा विवेक , धीरज गुप्ता तेज शाकिर अली , दिनेश कश्यप , रुबीना क़ाज़ी , कार्यकारिणी सदस्य है , जबकि प्रद्युम्न शर्मा , श्याम रोहिड़ा , के एल जैन ,, पवन आहूजा, , सुबोध जैन , क़य्यूम अली , मार्गदर्शक मंडल में शामिल हैं , इसी तरह क्लब में मनीष गौतम , लेखराज , हिमांशु मित्तल , भंवर सिंह चारण विशेष आमंत्रित सदस्य बनाये गए है , , ग्रेटर कोटा प्रेस क्लब , ,यक़ीनन , ,एक ग्रेट सोच के साथ , कोटा के पत्रकारों को , इंसाफ दिलाने , उनके पत्रकारिता संवर्धन की ज़रूरतों को पूरा करने , प्रशिक्षण , कार्यशालाएं आयजित करने के साथ , अमोद , प्रमोद , खेल कूद , सहित , सभी तरह के प्यार , मोहब्बत के कार्यक्रमों के हौसलों के साथ , शुरू किया जा रहा है , क्लब का परिचय कार्यक्रम यक़ीनन , ग्रेटेस्ट था , कोटा शहर के सभी नामचीन पत्रकार, दैनिक अख़बारों से जुड़े , पत्रकार , न्यूज़ चेनल्स के पत्रकार , जनसम्पर्क विभाग से जुड़े अधिकारीयों सहित , दैनिक , पाक्षिक , साप्ताहिक समाचार पत्रों के पत्रकार शामिल थे , सभी जानते है , के यह वही टीम है , जिन्होंने अपने खून पसीने से , कोटा प्रेस क्लब का एक पौधा लगाया था , फिर उसे सींच कर, वट वृक्ष बना दिया ,, कोटा प्रेस क्लब , के फाउंडर मेमबर , यही लोग है , जिन्होंने अपनी गाढ़ी कमाई में से , हिस्सेदार बनकर , प्रेस क्लब के भूमि आवंटन को , रेस्टोर करवाया , फिर भूखंड के रूपये जमा कराकर, रजिस्ट्री करवाकर ,भूखंड अपने क़ब्ज़े में लिया , प्रेस क्लब कोटा का पंजीयन निष्क्रिय होने से , निरस्त भी हो गया था , जिसे फिर से , कोटा प्रेस क्लब की फाउंडर टीम ने , पंजीकृत ,कराया ,, इतना ही नहीं , प्रेस क्लब की इसी टीम ने ,, कोटा प्रेस क्लब ,केनाल रोड के भवन का निर्माण , स्मारिका निकालकर, जनसहयोग से , विधायक सांसद कोष से करवाया , प्रद्युम्न शर्मा ,, धीरज गुप्ता तेज , हरिमोहन शर्मा , सुनील माथुर , ओमेंद्र सक्सेना , श्याम रोहिड़ा , के एल जैन , सहित सभी पत्रकार साथियों ने , भवन एक मंज़िला ,फिर दो मंज़िला ,फिर तीसरी मंज़िल बनाई , प्रेस क्लबमे लोकतान्त्रिक प्रणाली क़ायम रखी , देश के वरिष्ठ नेताओं , पदाधिकारियों , पत्रकारों के कार्य्रकम मीट दी प्रेस के आयोजन हुए , होली , दीपावली के कार्यक्रम हुए , नए साल के कार्यक्रम हुए , प्रेस क्लब की आम सभाओं में , गुटबाज़ी रही , आरोप लगे , प्रत्यारोप लगे , खूब हंगामे हुए , लेकिन शालीनता , प्यार ,, मोहब्बत यहां क़ायम रही , चुनाव हुए , फिर वही सब एक , आम सभा में आरोप प्रत्यारोप लगे , लेकिन फिर सब एक के एक , मिलजुल कर काम करते रहे , हँसते रहे , मुस्कुराते रहे , अचानक प्रेस क्लब कोटा को अहंकार की नज़र लग गई , अहंकार और निजी रंजिश , ,बदले की भेंट प्रेस क्लब चढ़ गया ,, चुनाव में ,एक गुट के चुनाव संयोजक , बद्री प्रसाद गौतम ,, पर सर्वपर्थम प्रहार हुआ , उन्हें बिना किसी युक्ति युक्त कारण के , सिर्फ निजी रंजिश की वजह से चुनावी प्रचार के दौरान , तल्ख प्रचार का इलज़ाम लगाया और फिर प्रेस क्लब से निकाल दिया गया ,, प्रेस क्लब में कार्यकारिणी के निर्वाचित लोगों को बेशर्मी से हटाया गया , फिर प्रेस क्लब को मुट्ठी में क़ैद कर लिया गया , एक एक करके , जो बोले उसे निकालों का सिद्धांत बना ,और एक पक्ष का ही प्रेस क्लब बनकर रह गया ,, स्वाभिमानी लोग आखिर कब तक चुप रहते , उन्होने , समझाइश करने की कोश्शि की प्रेस क्लब को , प्रेस क्लब की निधि , भवन को बचाने की कोशिश की , लेकिन , ज़िद ,, अहंकार के आगे , उनकी समझाइश बेकार साबित हुई , नोटिस बाज़ी हुई , चुनाव तो होना ही नहीं थे , सदस्य बनाना ही नहीं थे , नतीजन ,, जो लोग पत्रकारिता के ओरिजनल कृषक थे , जिन्होंने पत्रकारिता के इस प्रेस क्लब केनाल रोड के भूखडं को हल चलाकर , इतनी बढ़ी बिल्डिंग बनाकर, कमाई का एक ज़रिया बनाया , बैठने , कार्य्रकम करने का एक ज़रिया बनाया , उसी टीम ने , कोई विवाद नहीं किया , कोई झगड़ा नहीं किया, कोई क़ानूनी कार्यवाही कर, गैर क़ानूनी हरकतों को रोकने की कोशिश इसलिए नहीं की , क्योंकि इनका बढ़ा दिल था , यह ग्रेटर लोग थे , इन्हे अपने हाथों पर , अपनी ताक़त पर भरोसा था , इस टीम ने , प्रेस क्लब को विवादित करने की जगह , जिनके हाथों में प्रेस क्लब है , उनकी ही जेब में रहने दिया , और नए प्रेसक्लब के गठन का विचार किया ,भारी समर्थन मिला , और ग्रेटर कोटा प्रेस क्लब का आखिर गठन हो ही गया ,शहर के सभी पत्रकार , साथी इस प्रेस क्लब के साथ हैं , खुद अध्यक्ष सुनील माथुर सहित सभी साथियों ने घोषणा की है , के सभी के दरवाज़े इस प्रेस क्लब के लिए खुले है , ,यहां फिर से ओरिजनल पत्रकारिता की रौनक लौटेगी , फिर से पत्रकारिता का मान सम्मान , स्वाभिमान ज़िंदाबाद होगा , कार्यशालाएं होंगी , प्रशिक्षण कार्यक्रम होंगे , मीट दी प्रेस कार्यक्रम होंगे ,, पत्रकारों के दुःख दर्द के साथी बनेंगे , पत्रकारों के अधिस्वीकरण, पेंशन , सहित सभी व्यवस्थाओं में मददगार होंगे , लेपटॉप दिलवाये जाएंगे, ,भूखंड आवंटन पर चर्चा होगी , जबकि , पुराना प्रेस क्लब का भवन ,, चाहे जिस भी इस्तेमाल में आये , सिक्कों की चाहे वहां खनक होने से , पत्रकारिता के कार्यक्रम खामोश हो जाय ,, उससे कोई फ़र्क़ नहीं पढ़ता, नई टीम उन लोगों के लिए भी दुआएं करती ,है के वोह भी पत्रकारिता संवर्धन के लिए काम करे , और जिनको ज़रूरत हो , वोह ग्रेटर कोटा प्रेस क्लब से भी मदद ले सकते हैं , , जबकि ग्रेटर प्रेस क्लब कोटा ,, के तात्कालिक कार्य्रकमों के लिए , पुरानी सब्ज़ी मंडी क्षेत्र में एक अस्थाई कार्यालय शीघ्र शुरू होने जा रहा है , जल्द ही विशाल शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा ,, किसी एक विचारधारा , किसी एक व्यक्ति की मुट्ठी में प्रेस क्लब नहीं होगा , सभी पार्टियों से तालमेल होगा , हर पक्ष की सुनवाई होगी , हर पक्ष सम्मानित होगा ,, जल्द ही , यह टीम पूर्व प्रेस क्लब भवन की तरह , नए प्रेस क्लब भवन के लिए , भूखंड आवंटित करवाने में कामयाब होने जा रहे हैं , फिर , पूर्व की तरह ही , महनत और लगन ,से पत्रकारों का एक नया भवन बनेगा , जहां , पत्रकारों के लिए , वर्षों से ठप्प पढ़ी , मीट दी प्रेस , खेल कूद , अमोद प्रमोद कार्यक्रम , इनडोर , आउट डोर खेलकूद प्रतियोगिताएं , पत्रकारों के लिए कार्यशालाएं , चिकित्सा जांच शिविर , पत्रकारिता के प्रशिक्षण कार्यक्रम , नियमित , पत्रकारों की समस्याओं के समाधान को ,लेकर संघर्ष पर , चर्चा होगी , संविधान के दायरे में चुनाव ,होंगे यह लोग , चुनाव से आम सहमति के नाम पर भागेंगे नहीं , चुनाव नियमित ,होंगे और हार जीत अपनी जगह , है लेकिन , दूसरे गुट को , पूरा सम्मान मिलेगा ,, बदले की भावना से ,, क्लब के सदस्यों को सिर्फ इसलिए के यह हमारे वोटर्स नहीं , निकाला नहीं जाएगा , अपमानित नहीं किया जाएगा , सभी को साथ लेकर चला जाएगा , एक बहतरीन वातावरण बनाया जाएगा ,,,पत्रकारिता , लेखन कार्य , प्रशिक्षु पत्रकारों के लिए यह नया ग्रेटर प्रेस क्लब कोटा , मील का पत्थर साबित होगा ,, , सभी पत्रकार साथी , जो किसी भी गुट के हों , ,इधर के हों , उधर के हों , सभी मिलजुल कर हाड़ोती के कोटा के पत्रकारों के हित संवर्धन के लिए काम करें , ऐसी हमारी दुआएं ,है शुभकामनाएं है , , अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
06 जून 2023
ग्रेटर कोटा प्रेस क्लब सुनील माथुर के नेतृत्व में , पिंक सिटी प्रेस क्लब से भी ज़्यादा सुविधायुक्त भवन बनाएगा ,, पत्रकारों के हित संवर्धन के सभी काम होंगे ,, व्यक्तिगत छींटा कशी , रंजिशों का जवाब मोहब्बत के साथ गले मिलकर दिया जाएगा , मिलजुल कर पत्रकारों के स्वाभिमान , उनकी समस्याओं के समाधान , उन्हें भूखंड आवंटन को लेकर, कार्यवाही करेंगे ,, ,जेबी संस्था हरगिज़ नहीं बनाएंगे ,, ,
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