कोटा में नव नियुक्त अतिरिक्त जिला कलेक्टर , नगर कोटा बृजमोहन बैरवा ने , कार्यभार संभालने के बाद वरिष्ठ अधिकारीयों के निर्देशन पर , आज से अपना कामकाज शुरू कर दिया है , , बहुमुखी प्रतिभा के धनी ,बृजमोहन बैरवा की कार्यशैली दूसरे लाटसाहब मिजाज़ वाले अधिकारीयों से अलग थलग होने ,से प्रशासनिक महकमे में इनकी अलग पहचान है , बृजमोहन बैरवा , शिकायत कर्ता ,, या उनके पास काम लेकर आये ज़रूरतमन्द के साथ ,,लाटसाहब वाला व्यवहार नहीं करते , वोह ओरिजनल लोकसेवक के व्यवहार के तहत , या तो तत्काल उसका काम कर देते है ,या फिर , नहीं होने वाले काम के बारे में मजबूरी बताकर , उन्हें संतुष्ट कर देते है ,, 1 जनवरी 1968 को जन्मे बृजमोहन बैरवा एम ऐ करने के बाद ,, राजस्थान प्रशासनिक सेवा में चयनित होकर , उप जिला कलेक्टर बाड़मेर , , उपजिला कलेक्टर मांगरोल जिला बारां ,, उप जिला कलेक्टर बारां , उप जिला कलेक्टर अंता ,, उपजिला कलेक्टर राजसमंद ,, आयुक्त नगर पालिका राजसमंद ,, अतिरिक्त जिला कलेक्टर नगर दण्डनायक ,,राजसमंद , रहने के बाद , बृजमोहन बैरवा का स्थानांतरण कोटा नगर दंडनायक पद पर स्थानानतरण हुआ ,, लेकिन इन्होने कार्यभार ग्रहण नहीं किया , और इन्हें बारा जिला परिषद में मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद पर नियुक्त किया , गया , फिर इन्हें बारां ज़िले में ही अतिरिक्त कलेक्टर नियुक्त किया गया ,, विभिन्न पदों पर बेदाग़ छवि , निर्विवाद प्रशासनिक समन्वय के साथ , बृजमोहन बैरवा की कार्यशैली ,,सभी को पसंद है, कार्यालय में ,पत्रावलियों की पेंडेंसी इन्हे पसंद नहीं ,, जो भी हो , तत्काल निस्तारण इनकी कार्यशैली की पहचान है, ,बृजमोहन बैरवा ,, प्रशासनिक कार्यों के साथ सामजिक सरोकार से भी ज़्यादा संबंध रखते हैं , सरकारी योजनाओं का लाभ , सीधा , तत्काल हर ज़रूरतमंद तक पहुंचे , यह इनकी प्राथमिकता रहती है , जबकि महिला सुरक्षा , शिक्षा ,जागरूकता को लेकर , बृजमोहन बैरवा चिंतित रहकर , महिला कल्याण , महिला सुरक्षा , शिक्षा को , प्राथमिक व्यवस्था समझकर कार्य करते हैं , अधिकारीयों और अधीनस्थों से इनका समन्वय लाजवाब हैं जबकि ,महत्वपूर्ण फैसलों के वक़्त यह दबंगाई से निर्भीक होकर भी , प्रशासनिक फैसले भी लेते रहे हैं , ,सामप्रदायिक तनाव भड़काने , उत्पात मचाने वाले , और सियासी संरक्षण में क़ानूनी व्यवस्था के मखौल पर यह सख्त होकर , कार्यवाही करते , हैं , लोगों में साक्षरता के प्रति जागरूकता ,, बढे ,,क़ानून बनी रहे ,, लोगों को इनके , इनके अधीनस्थों के कामकाज से परेशानी न हो , इसके लिए बृजमोहन बैरवा खास ध्यान रखते है , ,बारां में , बृजमोहन बैरवा ने , मतदान के प्रति ,, मतदाताओं को आकर्षित करने , सर्वाधिक मतदान करने के लिए प्रेरित किया , और इस मौके पर चुनाव के वक़्त , आम मतदाताओं में बृजमोहन बैरवा द्वारा लिखित गीत काफी लोकप्रिय और उपयोगी साबित हुआ , ,कोरोना काल में ,, हर वर्ग हर , समुदाय तक इन्होने मदद पहुंचाई , और अपने अनुभवों ,, हालातों की समीक्षा व्यवस्था के बाद , अलग अलग कविताओं में , सभी अनुभव सांझा किये ,,इनका कविता संग्रह , केक्टस के फूल ,आज भी प्रासंगिक नज़र आता है ,, जो प्रेरणादायक भी है , मनोरंजक भी है ,, ,बृजमोहन बैरवा का लम्बा प्रशासनिक अनुभव ,है ,जो कोटा के लिए उपयोगी साबित हो सकता है, इनके दो पुत्र है , एक पुत्र ,, मध्य्प्रदेश के सागर में , आई पी एस केंद्र में , एस पी हैं , ,जबकि दूसरा पुत्र , आई आई टी करके, दिल्ली में ,, भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा की तय्यारियों में जुटा हैं , जिसकी मेहनत , लगन शीघ्र ही कामयाब होकर , वोह भी भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित होंगे ,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
03 मई 2022
कार्यभार संभालने के बाद वरिष्ठ अधिकारीयों के निर्देशन पर , आज से अपना कामकाज शुरू कर दिया है
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