1. मुंबई से आए पार्श्वगायक गीतों के माध्यम से देहदान के लिए करेंगे जागरूक
2. शैल हाड़ा के गीतों से भरी शाम,देहदानियों के नाम
3. गीतों के माध्यम से देहदान की जागरूकता बढ़ाने का अनूठा प्रयास
महादानी
दधीचि देहदान समिति,कोटा के अध्यक्ष प्रदीप दाधीच, महामंत्री गोपाल शर्मा
,व गीतांजलि संस्था के अध्यक्ष विश्वामित्र दाधीच ने बताया कि आज रविवार को
कोटा के निवासी हाल मुकाम मुंबई के प्रसिद्ध पार्श्वगायक शैल हाड़ा,
जिन्होंने पद्मावत, गंगूबाई, सांवरिया जैसी बॉलीवुड सुपर हिट मूवीस के
गीतों में अपनी आवाज दी है ।
शैल
हाड़ा मूलतः कोटा के निवासी हैं,और इनके पिता श्रीमान जसवन्त सिंह जी हाडा
संगीत के काफ़ी,जाने-माने शिक्षक रहे हैं,कोटा शहर का सौभाग्य है कि,काफी
अरसे के बाद लोग अपने ही शहर के ख्यातिमान प्रतिभावान कलाकारों को अपने
सामने सुन पाएंगे । वर्तमान में शैल हाड़ा डॉयरेक्टर संजय लीला भंसाली जी
के साथ में फिल्मों में अपनी आवाज दें चुके हैं ।
गीतांजलि
संस्था के सचिव राजीव मल्होत्रा ने बताया कि, कार्यक्रम को आयोजित करने का
मूल उद्देश्य है कि,किसी भी तरह से हाड़ौती संभाग में देहदान का प्रतिशत
बढ़े कोटा के मेडिकल कॉलेज को खुले हुए 30 साल से ज्यादा हो चुके हैं परंतु
अभी तक सिर्फ 37 पुण्य आत्माओं की मृत देह मेडिकल कॉलेज कोटा को प्राप्त
हो चुकी है,जो कि बहुत ही ज्यादा कम है,इससे पता चलता है कि,आज भी देहदान
के प्रति लोग जागरूक नहीं है।
गीतांजलि
के उपाध्यक्ष शरद तैलंग जी ने कहा कि,कार्यक्रम में सभी गानों का चयन इस
तरह से किया गया है कि,उपस्थित जन समूह गीतों से प्रेरित होकर सामाजिक
कार्यों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें,कार्यक्रम से जाते समय लोग यह
सुनिश्चित करें कि,जब भी दुनिया से जाएंगे तो समाज हित में नेत्रदान अंगदान
और देहदान का कार्य जरूर करके जायेंगे ।
रविवार
को होने वाले इसी कार्यक्रम में,राजस्थानी कोकिला रेखा राव और किशोर की
आवाज में गाने वाले प्रसिद्ध विजय अमीन भी अपनी प्रस्तुति देंगे।
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