श्रद्धांजलि में पिता को अर्पित हुए 30 नेत्रदान संकल्प
2. पिता के नैत्रदान से प्रेरित हो,घर के सभी सदस्यों ने लिया नैत्रदान संकल्प
बीते
दिनों बसंत बिहार निवासी श्रीमान दिनेश गुप्ता 66 वर्ष का हृदयाघात से
आकस्मिक निधन हो गया था,जिसके उपरांत उनके दोनों बेटों मुदित व हर्षित ने
पहल कर माँ सुमन गुप्ता से सहमति ली तो नेत्रदान का पुनीत कार्य शाइन
इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से संपन्न हो सका ।
दिनेश
जी एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत थे । विनम्र
स्वभाव व सदा हंसमुख रहने वाले, विलक्षण प्रतिभा के धनी दिनेश जी सदा
परिवार व समाज,शहर के लोगों के लिये परोपकार व सामाजिक कार्यों में सदा
अग्रणी रहते थे।
दिनेश जी
के दोनों भाइयों हेमराज व नरेंद्र और बेटों ने पहली बार नेत्रदान की
प्रक्रिया को अपने सामने देखा और इस पुनीत कार्य से यह सब लोग इतने प्रेरित
हुए कि, इन्होंने अगले ही दिन संस्था सदस्यों से संपर्क कर अपने घर पर
नेत्रदान अंगदान और देहदान के संकल्प पत्र मंगवा लिये ।
बेटे
मुदित ने श्रद्धाजंलि सभा में आने वाले सभी रिश्तेदारों और करीबी मित्रों
को नेत्रदान के प्रति जागरूक किया और इच्छा रखने वाले लोगों के संकल्प पत्र
भी भरवाये , मौके पर ही शाइन इंडिया के डॉ कुलवंत गौड़ ने नेत्रदान अंगदान
और देहदान के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।
वर्तमान
में मुदित मुंबई और हर्षित जामनगर की मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत हैं ।
दोनों ने आश्वासन दिया है कि,वह जब तक जीवित हैं,संस्था के ज्योति-मित्र
बनकर नेत्रदान अंगदान और देहदान के लिए लोगों को प्रेरित करते रहेंगे ।
संकल्प
पत्र भरने वालों में आरूषि, भारत भुषण,हरीश कुमार,दीपिका, यश सुमन,
नरेन्द्र कुमार, दीपक ,रुचि, विजय, हितेश, हर्षित, हेमराज, रवि, मुदित,
मधुबाला, श्रेया खण्डेलवाल थे ।
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