कोरोना काल में छुटे जीवन साथियों को नई जिंदगी देने का प्रयास
डॉक्टर लोकमणि गुप्ता की अनोखी पहल
ऑनलाइन परिचय सम्मेलन से कर रहे संबंध तय
अब तक 14 जोड़े बने हमसफर
के के शर्मा कमल
कोटा ।विश्व व्यापी स्तर पर कोरोना ने कई लोगों की जिन्दगी बर्बाद कर दी। कई बच्चों को बेसहारा कर दिया। कई लोगों के जोड़े बिछुड़ा दिये, जो अब एकाकी जीवन यापन कर रहे हैं।
ऐसे कोविड अभिशापित एकल जीवित विधवा- विधुर, बच्चों, परिजनों को फिर से पारिवारिक खुशियां देने के लिए, कोरोना से गुम हुई परिवार की खुशियों को लौटाने के लिए टीम कोविड अभिशापित ग्रुप के माध्यम से बिछड़ी जिंदगियों को सवारने का एक नवाचार डॉक्टर लोकमणि गुप्ता की अगुवाई में राजस्थान में शुरू किया है जो मध्य प्रदेश व कई प्रदेशों तक फैल गया है।
पैसे से होम्योपैथिक चिकित्सक डॉक्टर लोकमणि गुप्ता के मन में विचार आया कि कोरोनकाल में अनेक मौतों के कारण कई जोड़े बिछुड से गए ऐसे में वह एकाकीपन महसूस कर रहे थे ऐसे में इनके दिमाग में आया कि क्यों न कोरोना के कारण एकाकी जीवन बिता रहे परिवारों में वापस खुशियों का संचार हो इसी सोच को लेकर एक टीम का गठन किया गया और टीम का नाम दिया गया टीम कोविड अभिशापित ग्रुप । डॉक्टर लोकमणि गुप्ता ने संभाली बागडोर तो उनके साथ जुड़ते गए लोग और यह किया घर बैठे बैठे ।जूंम एप पर प्रथम द्वितीय तृतीय परिचय सम्मेलन आयोजित किया तथा राजस्थान के लोग इसमें जुड़ते गए वहीं मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश व अन्य प्रदेशों के। परिवार भी इससे जुड़ते गए ।
ग्रुप के अखिल भारतीय प्रणेता डॉ लोकमणि गुप्ता ने बताया कि इस सम्मेलन में टीम अभिशापित ग्रुप के सदस्य वासुदेव अग्रवाल, अग्निश अग्रवाल, जगदीश प्रसाद मित्तल, विद्या सागर अग्रवाल सहित 23 प्रतिभागी शामिल हुए। इससे पहले आयोजित हुए परिचय सम्मेलन एवं प्रत्याशियों से नियमित सघन सम्पर्क के परिणामस्वरूप अब तक 14 जोड़ें पुनर्विवाह के लिए तय हुए।
कुछ नवगठित पुनर्विवाहित जोड़ों ने तो उल्लास पूर्वक त्योहार भी मनाए। परिचय सम्मेलन के प्रारंभ में श्रीमती अर्चना गुप्ता ने श्री अग्रसेन महाराज का झण्डा गान गाते हुए अग्रकुल संस्थापक महाराजा अग्रसेन महाराज व माता माधवी जी की स्तुति की व इन्जिनियर सौरभ गुप्ता ने मीटिंग कोर्डिनेशन किया।
सम्मेलन में गंगापुर सिटी से मदनमोहन अग्रवाल का विशेष सहयोग रहा।
एकाकी परिवार को विवाह के लिए तैयार करने का आग्रह
डॉक्टर लोक मणि गुप्ता ने एकाकी जीवन व्यतीत कर रहे परिवारों को विवाह के लिए तैयार करने के लिए सभी समाजों के प्रबुद्ध जनों से आग्रह किया है कि वह आगे रहकर इस तरह की और प्रयास करें तो कई परिवारों में खुशियों का संचार हो सकेगा इसके लिए ग्रुप मीटिंग एवं समाज की बैठकों में चर्चा की जावे तो कई परिवार बढ़ सकेंगे।
प्रयास सार्थक होने लगे जोड़े बनने लगे
'कोविड अभिशापित एकल जीवित पुनर्विवाहित' होने लगे। कोविड अभिशापित एकल जीवित विधवा विधुर बच्चों परिजनों को प्रेरित कर स्थाई पुनर्वास हेतु पुनर्विवाह के संकल्प पर समयोचित एवं अभिनव सामाजिक सेवा के उद्देश्य परक कोविड अभिशापित एकल जीवित विधवा, विधुर बच्चों एवं अभिभावकों हेतु परिचय सम्मेलन निरंतर जारी रख रहे है । इस महत्वपूर्ण प्रयास में टीम अभिशापित ग्रुप के वासुदेव अग्रवाल, अग्निश अग्रवाल, जगदीश प्रसाद मित्तल एवं विद्यासागर अग्रवाल सहित अनेक प्रतिभागी सम्मिलित होते जा रहै है।
मोबाइल पर जूम एप से ही प्रयास
ज्ञातव्य हो कि कोविड अभिशापित ग्रुप में सम्मिलित सभी प्रत्याशियों, अभिभावकों को इनवाइट लिंक के माध्यम से आमन्त्रित किया जा रहा है।'ब्रेक द बेरियर' के संकल्प पर आधारित इस सभा में सम्मिलित प्रतिभागियों कोविड अभिशापित एकल जीवित बच्चों के विचार जानकर सार गर्भित मार्ग दर्शन निरंतर दिया जा रहा है।
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